शिमला/प्रकाश शर्मा : महिला आईपीएल के ऑक्शन में भारतीय खिलाड़ियों सहित विदेशी खिलाड़ियों पर खूब धनवर्षा हुई। स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) महिला आईपीएल की सबसे महंगी खिलाड़ी बनी। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (Royal Challengers Bangalore) स्मृति को 3 करोड़ 40 लाख रुपए की रकम में खरीद लिया।
इसी बीच ऑक्शन समाप्त होने के बाद एक बात खासी चर्चाओं में है। दरअसल हाल ही में अपने नेतृत्व में विमेंस अंडर-19 टीम को वर्ल्ड कप जिताने वाली कप्तान शेफाली वर्मा को सीनियर भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत से ज्यादा पैसा मिला है। 19 साल की शेफाली वर्मा को दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) ने दो करो रुपए में खरीदा जबकि हरमनप्रीत कौर को मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) से 1 करोड़ 80 लाख रुपए मिले। हालांकि हरमनप्रीत की काबिलियत की तुलना शेफाली वर्मा से करना सही नहीं है।
हरमनप्रीत कौर भारतीय टीम की लीजेंड खिलाड़ियों में से एक है। शेफाली के करियर की फ़िलहाल शुरुआत ही हुई है, जबकि हमरमनप्रीत कौर कई कीर्तिमान स्थापित कर चुकी है। हरमनप्रीत की कप्तानी में ही शेफाली ने डेब्यू किया और वर्तमान में शेफाली उनकी कप्तानी में ही खेल रही है। ये कहा जा सकता है कि शेफाली वर्मा को अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को चैंपियन बनाने का इनाम WPL की नीलामी में मिला है।

आइए जानते है कौन है शेफाली वर्मा….
15 साल की उम्र में जब हरियाणा (Haryana) के रोहतक की एक बेटी भारत की सीनियर महिला टीम का प्रतिनिधित्व करने क्रिकेट के पिच पर उतरी तो हर कोई हैरान था। हर किसी के जहन में एक ही सवाल था कि छोटी सी बच्ची भला कैसे विश्व स्तर के गेंदबाजों का सामना कर पाएगी।
लेकिन, कहते हैं न कि कुछ करने की ठान लो तो लाख मुश्किलें भी आपके आगे घुटने टेक देती है। शेफाली वर्मा ने 15 साल की उम्र में डेब्यू कर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का रिकॉर्ड तोड़ कर भारत की सबसे युवा क्रिकेटर बन गई। यह तो सिर्फ शुरुआत थी। शेफाली वर्मा जब ओपनिंग करने क्रीज पर उतरी तो उनके बल्लेबाजी के बेबाक अंदाज को देखकर हर कोई उन्हें महिला क्रिकेट का वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) कहकर बुलाने लगा। आते ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने का रवैया हर किसी को भा गया। देखते ही देखते शेफाली वर्मा (Shafali Verma) टेस्ट मैच, ओडीआई सहित टी-20 क्रिकेट खेलने वाली खिलाड़ी बन गई। अहम बात यह है कि महज 19 साल की उम्र में शेफाली वर्मा ने 51 t20 मैच, जबकि 21 एकदिवसीय मैचों सहित दो टेस्ट मैच भी खेले हैं।
साल 2021 में शेफाली वर्मा ने भारत की सीनियर टीम के लिए पहला टी-20 वर्ल्ड कप खेला। यहां भी प्रदर्शन खास रहा। लेकिन अपनी टीम को वर्ल्ड कप नहीं जीता पाई। साल 2023 में अंडर-19 T-20 वर्ल्ड कप के लिए शेफाली वर्मा को भारतीय टीम की कमान सौंपी गई। बस यही मौका था जब शेफाली वर्मा ने यह साबित कर दिखाया था कि केवल उम्र छोटी है, कारनामे विश्व स्तर के करने का दम रखती है। ऐसा ही कुछ शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी कप्तानी में शेफाली वर्मा ने भारतीय अंडर-19 टीम को विश्व विजेता बना दिया। भारत की अंडर-19 महिला टीम ने इतिहास रच दिया। आईसीसी द्वारा पहली बार आयोजित किए गए अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप को भारत ने अपने नाम किया। टीम इंडिया ने फाइनल में इंग्लैंड को मात दी।
15 साल की उम्र में डेब्यू…
हरियाणा के रोहतक से आने वाली शेफाली वर्मा ने 15 साल की उम्र में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। 19 में टीम इंडिया जब टी-20 वर्ल्ड कप के लिए खुद को तैयार कर रही थी, तब शेफाली की टीम में एंट्री हुई थी। साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने डेब्यू किया था। हर कोई हैरान था कि सिर्फ 15 साल की उम्र में कैसे इस लड़की को टीम इंडिया में जगह मिल गई।
टेस्ट डेब्यू में मैन ऑफ़ द मैच
16 जून 2021 को शेफाली ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पदार्पण किया। इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करते हुए अपनी पहली टेस्ट पारी में 96 रन बनाए। टेस्ट मैच ड्रा रहा और वर्मा को दो पारियों में 159 रन बनाने के बाद प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
शेफाली वर्मा का रिकॉर्ड देखें तो सिर्फ 19 साल की उम्र में उनके नाम 51 टी-20 मैच में 1231 रन है। शेफाली का स्ट्राइक रेट 134.53 का है, उनके नाम टी-20 में 149 चौके और 48 छक्के है। वह अब सिर्फ टी-20 ही नहीं बल्कि भारत के लिए वनडे और टेस्ट भी खेल चुकी है। अभी तक उन्होंने 2 टेस्ट मैच, 21 वनडे मैच खेले है। क्योंकि उनकी उम्र कम थी, ऐसे में बीसीसीआई ने उन्हें अंडर-19 टी-20 वर्ल्ड कप में टीम की कमान सौंपी और अब उन्होंने इतिहास रच दिया है।