नाहन, 13 फरवरी : हिमाचल प्रदेश में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (Students of Special Education) के लिए एक अग्रणी भूमिका निभा रहे ‘आस्था स्पेशल स्कूल नाहन’ में दो वर्षीय डिप्लोमा इन एजुकेशन (Diploma in Eduaction) कोर्स का पंजीकरण शुरू हुआ है। भारतीय पुनर्वास परिषद (Rehabilitation Council of India) द्वारा मान्यता प्राप्त इस डिप्लोमा की एक खूबी है।

इस डिप्लोमा को प्राप्त करने वाले न केवल प्रारंभिक शिक्षा विभाग में जेबीटी (JBT) के पद के पात्र बन जाते हैं, बल्कि स्पेशल एजुकेटर की पोस्ट के लिए भी क्वालीफाई होते हैं। भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) ने आस्था स्पेशल स्कूल (Astha Special School) को शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए 35 सीटें मंजूर की हैं। दाखिला प्रक्रिया के सरलीकरण के उद्देश्य से स्कूल द्वारा कोर्स के इच्छुक छात्रों का पंजीकरण शुरू कर दिया गया है।
दरअसल, स्थानीय स्तर पर जमा दो की शिक्षा हासिल कर चुके स्टूडेंट्स को इस कोर्स की खासियत का सही तरीके से पता नहीं है। यही कारण है कि स्कूल द्वारा छात्रों को कोर्स के बारे में अवगत करवाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि हाल ही के सालों में सीबीएसई (CBSE) ने विद्यालयों में स्पेशल एजुकेटर की नियुक्ति को लाजमी भी कर दिया था। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त विद्यालयों द्वारा स्पेशल एजुकेटर की नियुक्तियां भी चरणबद्ध तरीके से की जा रही हैं।
आस्था इंस्टीटयूट ऑफ स्पेशल एजुकेशन (Aastha Institute of Special Education) द्वारा चलाए जा रहे इस कोर्स का उद्देश्य प्री प्राइमरी व प्राथमिक स्तर के बेहतरीन शिक्षक तैयार करना भी है। उल्लेखनीय है कि भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 से पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए ऑल इंडिया ऑनलाइन एप्टीट्यूड टेस्ट (All India Online Aptitude Test) को बंद करने का भी निर्णय लिया है। जमा दो की मैरिट के आधार पर ही दाखिले होंगे।
आस्था स्पेशल स्कूल की समन्वयक रुचि कोटिया ने कहा कि दाखिला लेने के इच्छुक स्टूडेंट्स का पंजीकरण किया जा रहा है। साथ ही काउंसलिंग भी निशुल्क प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्कूल की काउंसलिंग टीम से मोबाइल नंबर 70186-95842, 98059-20934 व 98164-98494 पर संपर्क किया जा सकता है।