शिमला/चंबा, 8 फरवरी : जालसाजों के निशाने पर पहाड़ी प्रदेश के सीधे सादे लोग हैं। हालांकि ऑनलाइन फ्राॅड (online fraud) के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन इस बार तो हद इस बात की हो गई, क्योंकि ठगी गई राशि का आंकड़ा 72 लाख है। अढ़ाई करोड़ की लाॅटरी का झांसा देकर जालसाजों ने घर बैठे बिठाए ही वारदात को अंजाम दे डाला।

पीड़ित इस बात को भूल गया कि ठग तब तक अपने मंसूबों को अंजाम दे सकते हैं, जब तक आपके भीतर लालच है।
मामला, चंबा का है। शिमला साइबर थाना में केस दर्ज किया गया है।
बताया जा रहा है कि पीड़ित ने तकरीबन 200 ट्राजेक्शन के माध्यम से ये राशि ठगों के खातों में ट्रांसफर की। जब तक होश आया, तब तक देर हो चुकी थी। हालांकि पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन बताया जा रहा है कि पहाड़ी प्रदेश में 2014 में साइबर क्राइम को दर्ज किया जाने लगा। 8 सालों में एक ही व्यक्ति से इतने बड़े पैमाने पर ठगी का ये पहला ही मामला हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक ठगों ने चंबा के एक व्यक्ति को अढ़ाई करोड़ की लाॅटरी का झांसा देकर ये राशि ठगी। 2023 में ऑनलाइन फ्राॅड के मामलों में जबरदस्त उछाल नजर आ रहा है। चंबा के रहने वाले शख्स से 23 अप्रैल 2022 को ठगी शुरू की गई थी। ये क्रम कई महीनों तक चलता रहा। पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि पीड़ित ने इधर-उधर से उधार लेकर भी राशि ट्रांसफर की।
उधर, हमीरपुर में भी 50,55,233 रुपए का ऑनलाइन फ्राॅड हुआ है। बजाज एलाइंस लाइफ इंश्योरेंस (Bajaj Allianz Life Insurance) की पाॅलिसी का हवाला देकर ये राशि हड़प ली गई। राज्य की साइबर पुलिस के सामने लगातार चुनौती बढ़ती जा रही है।
उधर, सरकार (Government) ने अधिसूचित नए साइबर थानों को डिनाॅटिफाई कर दिया है। जानकारों का कहना है कि वैसे तो लोगों को अपने स्तर पर बेहद जागरूक रहने की आवश्यकता है, लेकिन सरकार को भी साइबर क्राइम (cyber crime) से निपटने के लिए आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल के साथ-साथ अधोसंरचना विकास की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि 2023 में ऑनलाइन फ्रॉड के राज्य में 7 मामले दर्ज हो चुके हैं। फ्राॅड का आंकड़ा 2 करोड़ पहुंच गया है।
उधर, साइबर क्राइम के एसपी रोहित मालपानी ने कहा कि तमाम मामलों में जांच जारी है। 72 लाख के फ्रॉड पर एसपी ने कहा कि पब्लिक को जागरूक करने के भी भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। ऑनलाइन ठगी करने वाले मॉडस ऑपरेंडी बदल कर झांसा देने में कामयाब हो जाते हैं। प्रयास है कि लोगों की मेहनत की कमाई को हड़पने वालों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए।