सुंदरनगर, 8 फरवरी : वैसे तो हिमाचल का पर्यायवाची शब्द ‘देवभूमि’ भी है। इसकी वजह वर्णित करने की आवश्यकता नहीं है। राज्य के प्राचीन मंदिर कला के बेजोड़ नमूने दामन में समेटे हैं। प्रभु हनुमान के प्रति अटूट आस्था को लेकर एक खास जानकारी मंडी जनपद के सुंदरनगर उपमंडल से आई है।

प्राचीन हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार प्रगति पर है। मंदिर के जीर्णोद्धार में ‘राम’ के शब्दों को पत्थर पर उकेरा जा रहा है। आप ये जानकर दंग रह जाएंगे कि एक अकेला राजमिस्त्री बिहारी लाल 23 सालों से ‘राम-राम’ लिख रहा है। छैनी-हथौडे़ से कला के बेजोड़ नमूने का प्रदर्शन तो है ही, लगन व निष्ठा के साथ-साथ प्रभु के आस्था की बदौलत कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।
एक-एक पत्थर पर ‘राम’ उकेरने की जिम्मेदारी राजमिस्त्री बिहारी लाल को मिली है। बिहारी लाल तन्मयता से एक-एक पत्थर पर हथौड़ी-छैनी से ‘राम’ शब्द उकेर रहे हैं। औसतन राजमिस्त्री द्वारा एक साल में एक हजार पत्थरों पर राम शब्द को छैनी-हथौड़े से लिखा जा रहा है।
हजारों पत्थरों पर श्रीराम का नाम तराशने का कार्य जारी है। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक निर्माण के मुकम्मल कार्य में 28 से 30 हजार पत्थरों पर श्री राम को लिखा जाएगा।
उपमंडल की महादेव पंचायत के धनोटू-बग्गी मार्ग पर धनोटू से लगभग 400 मीटर दूर सड़क के किनारे स्थित श्री राम हनुमान मंदिर में 23 साल से कार्य निरंतर चल रहा है। यह मंदिर देवभूमि में भव्यता और अलौकिकता का एक उदाहरण है। बिहारी लाल द्वारा करीब तीन से चार पत्थरों पर रोजाना ‘राम’ नाम उकेरा जा रहा है। कभी कभार बिहारी लाल केे पुत्र ललित कुमार भी सहयोग करते हैं।
कब शुरू हुआ था कार्य…
श्रीराम हनुमान मंदिर सेवा समिति के अनुसार मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य सितंबर 2000 में शुरू किया गया था। समिति के अनुसार कुछ दशक पहले एक बाबा यहां पहुंचे थे, उन्होंने पेड़ के नीचे एक हनुमान जी की मूर्ति रखी। इसके बाद यहां लोग हनुमान जी की पूजा करने लगे। बाबा ने ही यहां एक छोटे से मंदिर का निर्माण करवाया था। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से मंदिर सेवा समिति ने इसका जीर्णोद्धार शुरू किया।

17 सितंबर 2000 में समिति ने जीर्णोद्धार के लिए विशेष पत्थर निर्मित करने का कार्य शुरू किया। राजमिस्त्री बिहारी लाल को इस कार्य के लिए चुना गया था, जिसे 23 साल से बिहारी लाल बखूबी निभा रहे हैं। बिहारी लाल गोहर ब्लॉक के अंतर्गत स्यांज के गवाड़ क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं।
कहां से मंगाया गया पत्थर…
मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर उपमंडल सुंदरनगर की कपाही पंचायत से पत्थर को मंगवाया जा रहा है। करीब 100 साल से अधिक पुराने मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए चरणबद्ध तरीके से श्रीराम हनुमान मंदिर सेवा समिति लाखों रुपए खर्च चुकी है। यकीनन कार्य पूरा होने पर इसकी भव्यता देखते ही बनेगी। देवभूमि की ये भव्य व अमूल्य धरोहर आने वाली पीढ़ियों को सनातन संस्कृति से रूबरू करवाएगी।
बहरहाल 23 वर्ष तक इस मंदिर के निर्माण कार्य को गति नहीं मिल पाई। धन के अभाव के कारण इस धार्मिक कार्य को करवाने में बड़ी समस्या पेश आ रही है। स्थानीय जनता व मंदिर समिति ने पुनः सरकार व प्रशासन से आग्रह किया है कि जल्द ही इस भव्य धरोहर का जीर्णोद्धार कर जनता को समर्पित किया जाए।
अगर कोई श्रद्धालु या भक्तजन इस धार्मिक कार्य हेतु अपनी श्रद्धा से कोई सेवा देना चाहते हैं तो श्री राम हनुमान मंदिर सेवा समिति महादेव के सचिव चमन ठाकुर के नंबर 88942 99158 या 78075 35988 पर संपर्क कर सकते हैं।