शिमला/ धर्मशाला, 8 फरवरी : हिमाचल प्रदेश पुलिस (Himachal Police) में तकरीबन 2 साल तक शानदार सेवाएं प्रदान करने के बाद खोजी कुत्ते ‘डुका’ (Sniffer Dog ‘Duka’) को सेवानिवृति मिली है। बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) की सुरक्षा में तैनात रहे ‘डुका’ की नीलामी मंगलवार को रखी गई थी, लेकिन कोई भी खरीददार नहीं पहुंचा।

10 फरवरी को दोबारा नीलामी (Auction) रखी गई है। डुका की नीलामी के लिए 500 रुपए का न्यूनतम मूल्य रखा गया था। गौरतलब है कि डुका को विभाग ने पिछले सप्ताह की रिटायर किया था। लेब्राडोर (Labrador) प्रजाति के डुका की औसतन कीमत 10 से 25 हजार तक होती है। डुका को पुलिस ने 2010 में सेना प्रशिक्षण केंद्र मेरठ (Army Training Center Meerut) से 1.23 लाख में खरीदा था। विशेष प्रशिक्षण के कारण ही कीमत बढ़ गई थी।
उम्रदराज होने की वजह से पुलिस ने स्नीफर डाॅग को रिटायरमेंट (Retirement to the sniffer dog) दी है। वैसे विभाग में डाॅग व घोड़ों इत्यादि की सेवानिवृति की भी एक मियाद होती है। इसी नियम के तहत सेवानिवृति भी की जाती है। डुका की सबसे बड़ी खासियत ये रही कि वो विस्फोटकों से आगाह करता था। जानकारों के मुताबिक डाॅग से धर्मगुरु दलाईलामा के कार्यक्रमों से पहले रेकी (reiki) करवाई जाती थी।
सरकारी बजट से डुका की डाइट में दूध के साथ एक अंडे का ब्रेकफास्ट तय था। इसके अलावा रोटी के बाद शाम को 400 ग्राम मटन, 300 ग्राम सब्जी व रोटी दी जाती थी। चूंकि डुका रिटायर हो चुका है, संभवत इस कारण उसकी डाइट पर भी बजट खर्च नहीं किया जा सकता। नियमों के तहत डॉग की नीलामी तय की गई। लैब्राडोर की आयु 15 साल तक हो सकती है, लेकिन 12 साल बाद फिटनेस नहीं रहती।
उधर, डुका की नीलामी की जानकारी सोशल मीडिया में पहुंची तो यूजर्स ने इस पर एतराज भी जताया। साथ ही सवाल भी उठाए। ये पूछा गया कि क्या डाॅग का पोषण सरकार नहीं कर सकती। तो वहीं, एक पक्ष ने तर्क दिया कि नियमों के तहत पुलिस विभाग से रिटायर होने वाले जानवरों की नीलामी की जाती है।
कुल मिलाकर पुलिस विभाग ने 10 फरवरी को धर्मशाला के मैक्लोडगंज, पुलिस लाइन के समीप शिव मंदिर में नीलामी तय की है।