मंडी, 06 फरवरी : छोटी काशी मंडी में 19 से 25 फरवरी तक मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों-शोरों पर चली हुई है। शिवरात्रि महोत्सव के दौरान मंडी शहर के अधिष्ठाता बाबा भूतनाथ मठ मंदिर में बाबा के श्रृंगार की रस्में विधिवत रूप से निभाई जा रही है। सोमवार को बाबा का तारकेश्वर महादेव के रूप में श्रृंगार किया गया।

तारकेश्वर महादेव का मंदिर बंगाल के हुगली जिले में स्थित है। इस शहर का नाम भी इस मंदिर के ऊपर ही पड़ा है। तारकेश्वर मंदिर भगवान तारकनाथ को समर्पित है, जो भगवान शिव के ही एक रूप है। यह मंदिर अठारहवीं शताब्दी में बनाया गया था। बाबा मठ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि तारकेश्वर महादेव करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है। मंदिर 300 साल पुराना है और तत्कालीन राजा भारमल के द्वारा यह मंदिर बनवाया गया था।
भगवान भोलेनाथ राजा भारमल के सपने में आए और उन्हें तारकेश्वर में मंदिर बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि झारखंड के बैजनाथ मंदिर आधार पर तारकेश्वर महादेव भी श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र है। तारकेश्वर महादेव मंदिर के रूप में आज बाबा भूतनाथ का श्रृंगार किया गया है। तारकेश्वर महादेव के दर्शन करने के लिए मंदिर में भक्तों की खूब भीड़ उमड़ रही है।
छोटी काशी मंडी में तारा रात्रि की मध्यरात्रि से ही बाबा भूतनाथ के घृतमंडल श्रृंगार की रस्मों के साथ शिवरात्रि महोत्सव का आगाज हो गया है। शिवरात्रि तक हर रोज बाबा भूतनाथ का अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जा रहा है। इसके उपरांत मंडी में 7 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन होगा। 7 दिनों तक चलने वाले शिवरात्रि महोत्सव में सैंकड़ों देवी-देवता मंडी जनपद पहुंचते हैं। देवी देवताओं के आगमन से मंडी शहर थिरकते लगता है।