शिमला (एमबीएम न्यूज़): नगर निगम पर कायदे-कानून को ताक पर रखकर ब्लैकलिस्ट कंपनी को शहर की सफाई-व्यवस्था का जिम्मा सौंपने का गंभीर आरोप लगा है। रविदास धर्मसभा के अध्यक्ष कर्मचंद भाटिया ने शिमला में आज पत्रकार वार्ता में खुलासा किया कि सिंगल बिड के जरिए मैसर्ज सनराईज इंटरप्राईज नामक कंपनी को सफाई का ठेका दिया गया है, जबकि चार अन्य कंपनियों को टेंडर प्रक्रिया में शामिल ही नहीं किया गया।
भाटिया ने कहा कि मैसर्ज सनराईज इंटरप्राईज कंपनी पहले से ही ब्लैकलिस्ट है, लेकिन नगर निगम प्रशासन ने अन्य विश्वसनीय कंपनियों को दरकिनार कर इसे सफाई व्यवस्था की देखरेख का ठेका दिया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले से भ्रष्टाचार की बू आ रही है तथा राज्य सरकार को इसकी उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए। भाटिया ने कहा कि रविदास धर्मसभा इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में जाने का विचार कर रही है।
भाटिया ने खुलासा किया चंडीगढ़ की मैसर्ज सनराईज इंटरप्राईज कंपनी को वर्ष 2014 में कुल्लू नगर परिषद ने डोर-टू-डोर गारबेज का काम सौंपा था। लेकिन सुचारू ढंग से कार्य न करने पर कंपनी को बलैकलिस्ट कर दिया गया था। लेकिन हैरानी की बात है कि इसी कंपनी को शिमला नगर निगम ने अपने शहर की सफाई का ठेका दे दिया। भाटिया के अनुसार इस मामले में बड़ा गड़बडझड़ाला हुआ है और इसकी जांच होना अनिवार्य है।