शिमला, 2 फरवरी : पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्रीय बजट की जमकर तारीफ की है। जयराम ठाकुर ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरी है। हर वर्ग के लिए इस बजट में कुछ न कुछ दिया गया है। अमृत काल का ये पहला बजट है। जिसमें गांव गरीब, दलित, शोषित, मध्यम वर्ग व जरूरतमंद के हितों का विशेष ध्यान में रखा गया है। उन्होंने बजट को देश के नागरिकों को बड़े अवसर उपलब्ध करवाने के साथ विकास व रोजगार सृजन वाला करार दिया। टैक्स स्लेव में किए परिवर्तन से देश की जनता को लाभ मिलेगा।

जयराम ठाकुर ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देने के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किए जाने के निर्णय का हृदय से स्वागत करता हूं। अगले 3 साल तक 1 करोड़ किसानों को नेचुरल फार्मिंग में मदद की जाएगी। इसके लिए 10 हजार बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर्स बनाए जाएंगे, जो कि एक स्वागत योग्य कदम है।
वर्ष 2023-24 का आम बजट ‘Green Growth’ के लक्ष्य का आधार है। रेलवे के लिए 2 लाख 40 हजार करोड़ रुपए का बजट दिया गया है, जो कांग्रेस की यूपीए सरकार के समय के 2013-14 के बजट से 9 गुना अधिक है। जयराम ठाकुर ने बताया कि इस बजट में पीएम आवास योजना का बजट बढ़ाकर 69 हजार करोड़ रुपए कर दिया गया है।
कोरोना संकट और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उपजे वैश्विक संकट के बावजूद देश के बजट का आकार बढ़ाकर 45 लाख करोड़ रुपये करना भारत की तेज़ी से बढती अर्थव्यवस्था को दर्शाता है। MSME को 9 हजार करोड़ रुपए की क्रेडिट गारंटी दी जाएगी। देश में 50 पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर, यह बजट आजादी के 100 साल बाद भारत की परिकल्पना का बजट है। इस बजट में किसान, मध्य वर्ग, महिला से लेकर समाज के सभी वर्ग के विकास की रूपरेखा है।