ऊना, 30 जनवरी : जिला में पांव पसार रहे नशे को खत्म करने के लिए प्रशासन प्रहार योजना के तहत नशे पर अब चौतरफा वार करने को तैयार है। नशा रूपी धीमे जहर को खत्म करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है। जिला प्रशासन ने सोमवार को कई विभागों के साथ बैठक कर नशा खत्म करने के लिए एक साल का मास्टर प्लान तैयार किया और इसमें तमाम विभागों की जिम्मेदारियां तय करते हुए एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर को नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए सभी विभागों की युक्तियां एडीसी ऊना के पास एक सप्ताह में दिए जाने की बात कही।
बैठक में नशा छोड़ चुके लोगों को समाज में नशों के दुष्प्रभावों का प्रचार करने के साथ-साथ नशे की गिरफ्त में आ चुके युवाओं व नशा निवारण केंद्रों में भर्ती मरीजों की स्किल डेवलपमेंट के लिए उन्हें विभिन्न तरह के वोकेशनल कोर्स करवाने पर भी विचार विमर्श हुआ। ताकि नशे में फंसे लोग नशा मुक्ति के बाद नियमित जीवन यापन के लिए अपना एक लक्ष्य निर्धारित करें।

डीसी राघव शर्मा का कहना है कि जिला ऊना में नशे को रोकने और नशे की जद में आ चुके लोगों को इससे दूर करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ प्रहार योजना को लांच किया जा रहा है। जिसके तहत स्कूलों, पंचायतो, स्वास्थ्य संस्थानों और विभिन्न विभागों के जरिये नशा निवारण की मुहिम चलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रहार योजना के तहत जहां सभी अधिकारी एक सप्ताह के भीतर एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर को नशा निवारण के लिए अपने आईडिया देंगे, वही साथ ही साथ नशा निवारण की मुहिम को शिक्षण संस्थानों से लेकर ग्राम पंचायतों तक पहुंचाया जाएगा। इसके अतिरिक्त जो युवा नशे की गिरफ्त में आ सकते हैं, उन्हें बचाने के लिए विभिन्न तरीकों से काउंसलिंग की जाएगी। जिसमें न केवल युवा, उनके अभिभावक और शिक्षकों को भी नशे की बुराई से सचेत करते हुए युवाओं को इस अवधि में जहर से बचाने का संदेश दिया जाएगा।