सुंदरनगर, 28 जनवरी : बहनों के बीच का रिश्ता अटूट होता है। बहने यदि जुड़वा हो तो एक दूसरे के सुख-दुःख में शामिल हो जाती है। हिमाचल के जिला मंडी के सरकाघाट की जुड़वा बहनों ने भी स्नेह की एक अनूठी मिसाल कायम की है। छोटी बहन ने बड़ी बहन की सलामती के लिए किडनी दान कर कर उसे नवजीवन दिया है। यदि समय रहते बहन को किडनी नहीं दी जाती तो जीवन खतरे में पड़ सकता था।

सरकाघाट की ग्राम पंचायत ढलवान के गांव भरनाल की रहने वाली दोनों बहनों का स्नेह देखकर हर कोई उनकी प्रशंसा कर रहा है। विधानसभा क्षेत्र सरकाघाट के अंतर्गत ग्राम पंचायत ढलवान के गांव भरनाल में साल 1972 में ठाकुर बृजलाल के घर दो जुड़वां बेटियों का जन्म हुआ था।
हिंदू रीति-रिवाज के साथ 1991 में ग्राम मसयानी में साधन संपन्न परिवारों में एक ही दिन उनकी शादी हुई। शादी के बाद दोनों बहनों का जीवन खुशियों से बीत रहा था। परिवार पर दुखों का उस समय टूट गया जब डॉक्टरों ने बताया कि बड़ी बहन की किडनी खराब हो चुकी है। इसके बाद छोटी बहन को बड़ी बहन की चिंता सताने लगी।
पीजीआई चंडीगढ़ में बीते कल 27 जनवरी को सफल ऑपरेशन में छोटी बहन ने अपनी बड़ी बहन को किडनी देकर नवजीवन दिया। ऑपरेशन के बाद दोनों बहने स्वस्थ है।