सुंदरनगर, 26 जनवरी : विद्युत उपमंडल सुंदरनगर के तहत उपभोक्ताओं द्वारा विद्युत बोर्ड को 70 लाख रुपयों का चूना लगा दिया गया है। उपभोक्ताओं द्वारा समय पर बिजली का बिल जमा न करवाने के कारण बोर्ड को वित्तीय नुकसान झेलना पड़ रहा है। बार-बार चेतावनी के बावजूद भी उपभोक्ता बिजली के बिल जमा नहीं करवा रहे हैं।
यह आंकड़ा पिछले एक वर्ष से करीब 70 लाख रुपए तक पहुंच चुका है, लेकिन ऐसे उपभोक्ताओं के साथ विद्युत बोर्ड ने भी अब कड़ाई से निपटने का निर्णय लिया है। विद्युत बोर्ड की ओर से उपभोक्ताओं को 28 जनवरी तक लंबित बिजली बिलों के भुगतान का समय दिया है। इसके उपरांत जो उपभोक्ता बिजली बिल जमा नहीं करवाएंगे उनके बिजली के कनेक्शन काट दिए जाएंगे।
बता दें कि विद्युत बोर्ड के उपमंडल में करीब 25 हजार उपभोक्ता हैं। इनमें से करीब पांच हजार उपभोक्ता विद्युत बोर्डके बिल की अदायगी समय पर नहीं कर रहे हैं। सुंदरनगर उपमंडल में विद्युत बोर्ड के 6 सेक्शन हैं। इनमें तीन सेक्शन शहरी क्षेत्र के शामिल हैं। इसके अलावा महादेव, पुंघडू व जयदेवी क्षेत्र शामिल हैं। इसके साथ ही राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज तथा जयदेवी स्थित सब स्टेशन भी इसी उपमंडल में शामिल हैं। इसको लेकर समय-समय विभाग के कर्मचारियों की ओर से बिल जमा करवाने की उपभोक्ताओं से अपील की जाती है। लेकिन अब बोर्ड ने पेंडिंग बिलों की वसूली के मामले को गंभीरता से लिया है।
प्रदेश में विद्युत बोर्डकी स्मार्ट मीटर लगाने की योजना प्रस्तावित है। यदि यह योजना सिरे चढ़ती है तो निकट भविष्य में विभाग को बिजली बिलों की वसूली की इस समस्या से निजात मिल जाएगी। इन मीटरों के लगने से प्रीपेड माध्यम से बिल की अदायगी न होने पर कनेक्शन अपने आप कट जायेंगे। बिल की अदायगी के साथ ही कनेक्शन बहाल किए जाने की योजना है।
जानकारी देते हुए विद्युत सहायक अभियंता ई. राजन गौड़ ने कहा कि सुंदरनगर में करीब 70 लाख रूपए की राशि के बिल पेंडिंग हैं, जिस कारण विद्युत बोर्ड को वित्तीय नुकसान हो रहा है। जिन उपभोक्ताओं के बिल पेंडिंग हैं वे 28 जनवरी तक बिलों का भुगतान करें। उसके उपरांत बिजली कनेक्शन बिना सूचना के काट दिए जाएंगे।