शिमला, 25 जनवरी : हिमाचल प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों की शिक्षा के स्तर में भारी गिरावट आई है, जिसका खुलासा प्रथम संस्था की एनुअल स्टेटस ऑफ़ एजुकेशन रिपोर्ट (Annual status of education report) में हुआ है। पांचवी और तीसरी कक्षा के बच्चे दूसरी कक्षा की किताबें तक नहीं पढ़ पा रहे हैं। हालांकि शिक्षा विभाग ने पहली से तीसरी कक्षा के विद्यार्थी को पढ़ने लिखने और अंकगणित में निपुण बनाने के लिए 2022 निपुण मिशन की शुरुआत की थी, जो पुरी तरह से फेल साबित हुआ है।
ASER की रिपोर्ट के मुताबिक तीसरी कक्षा के 41.6 बच्चे ही जमा घटाव के सवाल हल कर पा रहे हैं, जो 2018 में 50.1 प्रतिशत था। पांचवीं में पढ़ने वालों में से केवल 61.3 प्रतिशत बच्चे ही दूसरी कक्षा की किताबें पढ़ पा रहे हैं। जबकि तीसरी कक्षा के केवल 28 प्रतिशत छात्र ही कक्षा 2 तक की किताबें पढ़ पा रहे हैं।
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रिपोर्ट को लेकर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है, लेकिन जो साक्ष्य सामने आए हैं वो संतोषजनक नहीं है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर कहा गया है कि शिक्षा में गुणवत्ता कैसे लाई जाए। इसको लेकर विस्तृत प्रस्ताव तैयार करें, और कहां कमी है इसको लेकर भी रिपोर्ट मांगी गई है।