नाहन, 22 जनवरी : जमा एक के नाॅन मेडिकल संकाय में पढ़ाई कर रहे वंश कश्यप व कबीर की जोड़ी ने सीनियर वर्ग में विजेता बनकर 50 हजार की राशि पर कब्जा किया है। दिलचस्प ये है कि इस राशि को खर्च करने को लेकर वंश ने कोई प्लान नहीं किया है। जबकि कबीर ने अपने हिस्से की 25 हजार की राशि को अपनी मम्मी को सौंप दिया है।

हालांकि, वंश व कबीर का रुझान प्रशासनिक अधिकारी बनने की तरफ नहीं है, लेकिन बुद्धिमता व ज्ञान के दम पर विजेता बनने का गौरव हासिल किया है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने सातवें संस्करण के विजेताओं से अलग-अलग बातचीत की। इस दौरान वंश ने बताया कि मम्मी ने ही क्विज के बारे में जानकारी दी थी। मम्मी लंबे अरसे से एमबीएम न्यूज नेटवर्क की फॉलोअर हैं। जबसे क्विज की अनाउंसमेंट हुई थी, तब से रोजाना ही मम्मी मुख्य समाचारों से जानकारी जुटाकर शेयर करती थी। इसके नोट्स काफी फायदेमंद साबित हुए।
फिनाले में करंट अफेयर्स में समाचारों से बनाए गए नोटस गेम चेंजर साबित हुए। वंश ने कहा कि मामा पुलिस में हैं, वो भी लगातार तैयारी को लेकर टिप्स दिया करते थे। वंश ने कहा कि फिलहाल ये तय नहीं किया है कि राशि को कैसे खर्च करेंगे। बता दें कि वंश ने मर्चेंट नेवी में जाने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ है।

उधर, विजेता बनने के बाद हर्षित कबीर ने कहा कि जीती राशि को मम्मी को दे दिया हैं। वो ही तय करेंगी कि इसे कैसे खर्च करना है। कबीर ने कहा कि वंश ने ही उसे प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद पाठ्यक्रम को विभाजित कर तैयारी शुरू की थी। उल्लेखनीय है कि वंश व कबीर की जोड़ी ने सेमीफाइनल राउंड में तृतीय स्थान हासिल किया था। कबीर ने कहा कि वो एक सैन्य अधिकारी बनना चाहता है। एनडीए की तैयारी शुरू कर दी है।
कबीर ने कहा कि प्रतियोगिता के दौरान परीक्षाएं भी हुई, लेकिन मम्मी ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता पर भी फोकस करने को कहा था, लिहाजा परीक्षा के साथ-साथ प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता पर भी फोकस किया हुआ था। चूंकि कबीर के पिता भी भारतीय सेना में सेवारत हैं, लिहाजा बचपन में ही सैन्य अधिकारी बनने का सपना देख लिया था।
दीगर है कि वंश व कबीर मौजूदा में बीआरसी इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स हैं।