सुंदरनगर, 19 जनवरी : देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के लिए 7 जनवरी से देश के लगभग 475 से ज्यादा कलाकारों के साथ हिमाचल के माण्डव्य कला मंच के कलाकार सुबह-शाम खूब पसीना बहा रहे है। ताकि देश के सबसे बड़े उत्सव में गरिमापूर्ण प्रस्तुति दी जाए। इस बार सांस्कृतिक झलकी का थीम “*नारी शक्ति”* रखा गया है। कार्यक्रम 26 जनवरी को दिल्ली के “कर्तव्य पथ” पर होगा।
यह जानकारी देते हुए संस्कृति कर्मी एवं संस्थापक माण्डव्य कला मंच कुलदीप गुलेरिया ने बताया कि संस्कृति एवं रक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने गत वर्ष से देश के शीर्ष प्रतिभावान कलाकारों के लिए गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर सांस्कृतिक झलकी प्रस्तुत करने के लिए वंदे भारतम नृत्य उत्सव (प्रतियोगिता) कार्यक्रम शुरू किया। इस कार्यक्रम के तहत सांस्कृतिक दलों को राज्य, अंतर्राज्यीय प्रतियोगिता के बाद ग्रैंड फिनाले से पार पाना होता है।
हिमाचल प्रदेश से पहली बार माण्डव्य कला मंच ने अपने बलबूते पर सभी प्रतियोगिताओं को पार करते हुए दिल्ली पहुंच कर प्रदेश का मान बढ़ाया है। इस दल का नेतृत्व प्रदेश के विख्यात संस्कृति कर्मी एवं हरफनमौला कलाकार कुलदीप गुलेरिया कर रहे है। जिन्होंने अपने 35 साल के सांस्कृतिक सफर में विलुप्त हो चुके जनपद के लोक नृत्य को एक साल तक शोध कार्य कर 90 के दशक में पुनः जीवित किया है। इस नृत्य की अब तक 3000 से ज्यादा प्रस्तुतिकरण करते हुए अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई गई है।
साक्षरता अभियान के दौरान लगभग 10 हजार कलाकारों को जोड़कर परोक्ष और अपरोक्ष रुप में 8 हजार से ज्यादा बांठड़ा शैली नुक्कड़ नाटकों का कीर्तिमान स्थापित किया है। लोक संस्कृति के प्रति रुझान कायम रखने के “लुड्डी” के साथ लोक नाच बुढ्डा ,लोक नाट्य बांठड़ा ,लोक गाथाओं ,संस्कार गीतों आदि के लिए सांस्कृतिक संवाद एवं प्रशिक्षण कार्यशालाओं के माध्यम से 5000 से ज्यादा युवाओं को जागरूक करते हुए अनेक उपलब्धियां अर्जित की है।
गणतंत्र दिवस 2023 की तैयारियों के लिए माण्डव्य कला मंच मंडी के कलाकार भारत पर्यटन विकास निगम के अशोक आतिथ्य एवं पर्यटन प्रबंधन संस्थान “द अशोक – सम्राट” होटल दिल्ली ठहरे है। इस कार्यक्रम को संगीत जगत की जानी-मानी विभूतियां कोरियोग्राफ कर रही है।