शिमला, 09 जनवरी : वर्ष 2022 में आपदाओं की घटनाओं में वृद्धि के साथ-साथ लाहौल-स्पीति जिला में काफी संख्या में यातायात का आवागमन हुआ। जिले में हिमस्खलन, बर्फबारी, भूस्खलन और अचानक बाढ़ की विभिन्न घटनाओं में जिला प्रशासन द्वारा कुल 963 को बचाया।
इसके अलावा, 2022 की प्रमुख उपलब्धियों में से एक यह भी थी कि मानसून के मौसम में अचानक आई बाढ़ के कारण कोई भी जनहानि नहीं हुई, जो मुख्य रूप से राज्य राजमार्ग 26 और राष्ट्रीय राजमार्ग 505 के ग्राम्फू-काजा खंड के विभिन्न स्थानों पर घटित हुई।
स्थानीय नागरिक, पंचायत प्रतिनिधि व पिकअप यूनियन का समर्थन बचाव कार्य में महत्वपूर्ण रहा। सोशल मीडिया पेजों के माध्यम से नियमित यात्रा और मौसम संबंधी परामर्श भी जारी किए गए। स्थानीय लोगों को अपने सोशल नेटवर्क के माध्यम से ऐसे अपडेट साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
बचाव अभियान आमतौर पर पुलिस कर्मियों द्वारा खतरनाक और कठोर परिस्थितियों में चलाया जाता है। साथ ही बचाव कार्यों के लिए गहन शारीरिक प्रयासों की आवश्यकता होती है और कुछ बचाव प्रयासों में तो लगभग 12 घंटे लग जाते हैं। जिन दुर्गम क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं होती हैं, उनकी ऊंचाई अक्सर 10,000 फीट से अधिक होती है। अधिक ऊंचाई ऐसे बचाव कार्यों की कठिनाई के स्तर को और बढ़ा देती है। तमाम कठिनाइयों के बावजूद जिला पुलिस कर्मियों ने उच्चतम स्तर की व्यावसायिकता, साहस और सार्वजनिक कर्तव्यों के प्रति समर्पण का परिचय दिया है।