धर्मशाला, 07 जनवरी : हिमाचल प्रदेश सरकार के वर्ष 2021-22 के वित्तीय प्रबंधन पर कैग ने सवाल खड़े किए हैं। धर्मशाला के तपोवन में आयोजित विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को नियंत्रक महालेखा परीक्षक की वित्तीय वर्ष 2021-22 की सदन में पेश रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। वितीय वर्ष 2021-22 के विनियोग लेखों में कैग ने 623 करोड़ 39 लाख 68 हजार 317 रुपए की रकम बगैर बजट प्रावधानों के खर्च करने का रिपोर्ट में उल्लेख किया है।
रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में सरकार ने 7 लाख 87 हजार 379 रुपयों के खर्च के व्यय प्रमाण प्रस्तुत नहीं किए। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2019-20 में एक करोड़ 37 लाख 37 हजार 681 की गैर राशि के प्रमाण भी सरकार प्रस्तुत नहीं कर सकी।
साथ ही एक करोड़ 5 लाख 2 हजार 876 के राजस्व खर्चों व 13 लाख 34 हजार 7 सौ 67 की राशि के पूंजिगत व्यय के प्रमाण भी सरकार प्रस्तुत नहीं कर सकी। इसी तरह वर्ष 2020-21 में 22 लाख 76 हजार 6 सौ 15 रुपयों के खर्च के व्यय प्रमाण सरकार प्रस्तुत नहीं कर सकी।