शिमला, 06 जनवरी : कुसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र की जनता विधायक अनिरुद्ध सिंह को मंत्रीमंडल में शामिल करने के लिए सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू से पुरजोर मांग की जा रही है। लोगों को उम्मीद है कि वर्षों के इंतजार के उपरांत इस बार सुक्खू के मंत्रीमंडल में अनिरुद्ध सिंह को अवश्य स्थान मिलेगा।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा के इतिहास में आज तक कांग्रेस के शासनकाल में कुसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र से किसी भी विधायक को मंत्री पद नसीब नहीं हुआ है। हालांकि भाजपा की धूमल सरकार में रूपदास कश्यप को राज्य मंत्री का पद मिला था, जबकि शांता सरकार में संसदीय सचिव बनाए गए थे।
कुसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र से अब तक 6 विधायक रह चुके है। जिसमें ठियोग क्षेत्र से संबंध रखने वाले साधराम, उसके उपरांत धामी से सीता राम, शौकिया राम कश्यप, चिरंजी लाल, दो बार सोहनलाल कश्यप रहे थे। वर्ष 2012 में कुसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र अनारक्षित होने पर अनिरुद्ध सिंह तीसरी बार लगातार विधानसभा पहुंच चुके है। कुसुम्पटी को कैबिनेट में स्थान न मिलने से इस निर्वाचन क्षेत्र को सही परिप्रेक्ष्य में विकास भी नहीं हो पाया है।
कसुंपटी कांग्रेस मंडल के अध्यक्ष रामकृष्ण शांडिल, पूर्व अध्यक्ष अतर सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष दयाराम वर्मा, भूपेन्द्र कंवर, नरेन्द्र ठाकुर, बालक राम निर्मोही, मंडल सचिव सुरेन्द्र सोडी, दौलत राम मेहता, नरायण सिंह ठाकुर, बाबूराम कश्यप सहित कांग्रेस मंडल के अनेक पदाधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री से कुसुम्पटी विस को कैबिनेट में स्थान देने की पुरजोर मांग की गई है।
दयाराम वर्मा का कहना है कि कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र के साथ कांग्रेस की सरकारों में हमेशा ही सौतेला व्यवहार होता रहा है, जबकि बीते पांच विधानसभा चुनाव में कुसुम्पटी की जनता ने लगातार कांग्रेस पार्टी का भरपूर समर्थन किया है इसके बावजूद भी कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र आज भी समग्र विकास को तरस रहा है।