मंडी, 06 जनवरी : पहले एनएचएआई ने मंडी के टकोली पंचायत के बीच यह कहकर टोल प्लाजा बना दिया कि पंचायत को टोल मुक्त किया जाएगा। लेकिन अब एनएचआई पंचायत को टोल मुक्त करने में आनाकानी कर रहा है। विरोध स्वरूप अब पंचायत वासियों ने टोल प्लाजा के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जिसे 70 दिन बीत चुके है। लेकिन एनएचआई पंचायत वासियों की सुनने को तैयार नहीं है।
शुक्रवार को मंडी में मीडिया से रूबरू होते हुए युवा संघ टकोली के अध्यक्ष प्रेम चंद ने बताया कि ग्राम पंचायत टकोली के निवासी काफी समय से अपनी पंचायत टोल फ्री को लेकर एनएचएआई और प्रशासन को ज्ञापन सौंप रहे है। मगर इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि टोल मुक्त करवाने के लिए स्थानीय पंचायत के लोग दिन रात टोल प्लाजा के सामने धरने पर बैठे है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन तथा एनएचएआई के अधिकारी गांव की इस समस्या का समाधान करने के लिए धरना स्थल पर अभी तक नहीं पहुंचे है। जिससे समस्त गांव वासियों में जिला प्रशासन और एनएचएआई के विरूद्ध काफी रोष है। एनएचएआई ने स्थापित टोल प्लाजा पंचायत के मध्य भाग में स्थापित किया है। जिससे पंचायत दो भागों में बार्डर की तरह बंट गई है।
उन्होंने कहा कि अपने ही गांव के एक भाग से दुसरे भाग में जाने के लिए टोल पर कीमत चुकानी पड़ेगी। ग्रामवासियों के घर टोल प्लाजा के एक तरफ है और जमीन दुसरी दिशा में है। इसके अलावा टकोली पंचायत के एक भाग में हॉस्पिटल, विद्युत विभाग का कार्यालय, स्कूल, पटवार भवन व बैंक है।
वहीं दुसरे भाग की तरफ एसडीएम कार्यालय, तहसीलदार कार्यालय, कॉलेज, सब्जी मंडी हैं। पंचायत का अधिकतर क्षेत्र कृषि पर निर्भर है और कृषि ही आय का मुख्य स्त्रोत है। यदि गांव के किसानों पर टोल का बोझ पड़ेगा, तो पंचायत के लोग इस बोझ को उठाने में असमर्थ हैं।
युवा संघ टकोली का एक प्रतिनिधि मंडल जिला उपायुक्त अरिंदम चौधरी से मिला। पंचायत को एनएचएआई से टोल मुक्त करवाने के लिए ज्ञापन सौंपा। पंचायत वासियों का कहना है कि जब तक उनकी पंचायत को टोल मुक्त नहीं किया गया तो उनका विरोध जारी रहेगा।