शिमला, 05 जनवरी : फर्जी दस्तावेजों से आईजीएमसी शिमला में एमबीबीएस की सीट पाने वाले छात्र से जुड़े मामले में एक नया खुलासा हुआ है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी छात्र ने नीट परीक्षा में 400 अंक हांसिल किए, लेकिन उसने गड़बड़ी कर इसे 400 से 560 कर दिया था। हालांकि पुष्टि नहीं है लेकिन बताया जा रहा है कि उसने किसी अपने दोस्त की मार्कशीट का प्रयोग कर अंकों में गड़बड़ी की थी। अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी मंडी की मेरिट छात्र का चयन आईजीएमसी शिमला के लिए हुआ था।
ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल, 2 महीने पहले एमबीबीएस का नया बैच आईजीएमसी में बैठा था। इस बैच में 120 छात्र-छात्राएं शामिल थे। इसी बीच जब आईजीएमसी प्रशासन के नेशनल मेडिकल काउंसिल द्वारा साइट पर डाटा को अपलोड किया जा रहा था तो आरोपी प्रशिक्षु का डाटा मैच नहीं हो रहा था। लिहाजा, शक होने पर आरोपी के दस्तावेजों की गहनता से जांच की गई। इसके बाद आईजीएमसी के प्रिंसिपल को इसकी शिकायत सौंपी गई। शिकायत मिलने के बाद आगामी कार्रवाई को अमल में लाई गई।
उधर, प्रबंधन ने तुरंत ही छात्र को कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। जिसके चलते आईएमसी में एमबीबीएस की एक सीट खाली हो गई है। लिहाजा अब इसे भरने की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। आईएमसी के प्राचार्य सीता ठाकुर ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। आरोपी ने अपने अंको में गड़बड़ी कर एमबीबीएस में दाखिला लिया था।