शिमला, 01 जनवरी : हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कमान संभालते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सूबे की नौकरशाही को चुस्त-दुरुस्त करने की रणनीति पर अमल शुरू कर दिया है। इसकी शुरुआत नौकरशाही के सर्वोच्च पद मुख्य सचिव से हुई है।
हिमाचल कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी प्रबोध सक्सेना को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाया गया है। वह अभी अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त, योजना, आर्थिकी, स्टैटिक्स और बीस सूत्रीय कार्यक्रम) का जिम्मा सम्भाल रहे थे। प्रबोध सक्सेना आरडी धीमान की जगह लेंगे, जो शनिवार को सेवानिवृत्त हुए हैं। आरडी धीमान को मुख्य सूचना आयुक्त लगाया गया है।
प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव बनाने के साथ ही सरकार ने इनसे सीनियर आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता और रामसुभग सिंह को ही मुख्य सचिव का रैंक दिया गया है। दोनों सीधे मुख्यमंत्री के सुपरविजन में काम करेंगे।
बता दें कि राज्य सरकार ने पांच सीनियर आईएएस अधिकारियों को सुपरसीड करते हुए प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव नियुक्त किया है। दरअसल सिनियोरिटी में पहले स्थान पर 1987 बैच के आईएएस पूर्व मुख्य सचिव व प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह हैं।
दूसरे स्थान पर 1987 बैच की निशा सिंह हैं। तीसरे स्थान पर भारत सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में विशेष सचिव एवं 1988 बैच के अली रजा रिजवी हैं। सिनियोरिटी में 1988 बैच के संजय गुप्ता चौथे स्थान पर हैं। संजय गुप्ता के बाद 1989 बैच के के. संजय मूर्ति 5वें स्थान पर हैं।