मंडी, 28 दिसंबर : आज के जमाने में लोग मौका मिलने पर अपनों को ठगने से भी नहीं चूकते हैं। वहीं अगर हजारों-लाखों रुपए आपको यूं ही पड़े मिल जाएं तो? तो सबसे पहले यही लगेगा कि किस्मत खुल गई। बहुत से लोग तो यह जानने की कोशिश भी नहीं करेंगे कि किसके पैसे गिरे हैं और चुपचाप अपनी जेब में रखकर चलते बनेंगे। लेकिन कहते हैं कि ऐसे ही मौकों पर पता चलता है कि आप कितने ईमानदार हैं और हिमाचल प्रदेश की एक बेटी ने इस बात को खूब साबित किया है।
पंडोह स्थित नोबल बीएड कॉलेज की छात्रा शीतल ठाकुर ने ईमानदारी की मिसाल पेश की। शीतल ठाकुर ने सड़क पर मिला मोबाइल उसके मालिक तक सुरक्षित पहुंचाने का बेहतरीन कार्य किया है।
मिली जानकारी के अनुसार पंडोह के साथ लगते गांव की नेहा सुबह अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने स्कूटी पर जा रही थी। रास्ते में उसकी जेब से फोन सड़क पर गिर गया। इसी सड़क से कॉलेज जा रही शीतल की नजर इस फोन पर पड़ी। शीतल ने फोन को उठाया और मालिक की तलाश करना शुरू किया। आस-पास कहीं भी फोन का कोई भी बेली बारिस नजर नहीं आया। फोन में किसी भी प्रकार का कोई लॉक नहीं था तो शीतल ने डायल नंबर में महिला के पति का नंबर निकाला। युवती ने महिला के पति को करके बताया कि उनकी पत्नी का फोन सड़क पर गिर गया है।
महिला के पति विशाल ने शीतल का आभार जताया और अपनी पत्नी तक फोन मिल जाने का संदेश पहुंचाया। नेहा तुरंत शीतल के पास पहुंची और इस ईमानदारी के लिए उसका आभार जताया। वहीं नेहा ने कहा कि आज के दौर में जहां सड़क पर मिली छोटी सी चीज को भी कोई घर ले जाने की मंशा रखता हो, ऐसे में शीलत ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है।
इससे पता चलता है कि शीतल को कितने अच्छे संस्कार मिले है। वहीं, कॉलेज की प्रधनाचार्या प्रीत किरण ने भी इस ईमानदारी के लिए शीतल की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि शीतल की ईमानदारी से दूसरों को भी प्रेरणा मिलेगी। लोग किसी की खोई हुई चीज लौटाने की तरफ ध्यान देंगे।