शिमला, 27 दिसंबर: पेपर लीक होने के बाद सरकार ने हमीरपुर कर्मचारी आयोग की फंक्शनिंग को सस्पेंड कर दिया साथ ही भर्तियों पर रोक लगा दी है। सरकार के इस निर्णय से युवाओं में एक तरफ ख़ुशी है तो दूसरी तरफ मायूसी है।
सचिवालय पहुंचे युवाओ के हजूम ने सुक्खू सरकार के निर्णय का स्वागत किया साथ ही दूसरी तरफ पेपर रद्द होने की चिंता भी जाहिर की है। अभ्यर्थियों ने सीएम से परीक्षाओं को रद्द न करने की गुहार लगाई है।
अभ्यर्थियों ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पेपर लीक माफिया पर बड़ी कार्रवाई की है, जिसका वे स्वागत करते है। चयन आयोग के भीतर ही पेपर लीक माफिया काम रहा है, तो वर्षों से एग्जाम की तैयारी कर रहे युवाओ को रोजगार कैसे मिलेगा। सरकार पूरे मामले की गहनता से जांच कर दोषियों को सलाखों के पीछे डाले, लेकिन जो एग्जाम हो चुके है, वो भर्तियां रद्द नहीं होनी चाहिए।
देखना ये होगा कि सुक्खू सरकार इस मामले में अगला क्या कदम उठाती है। वैसे आयोग की फंक्शनिंग को सस्पेंड किया गया इसे निरस्त नहीं किया गया। बता दे कि सरकार ने सोमवार को ही हमीरपुर के अतिरिक्त उपायुक्त को आयोग का ओएसडी नियुक्त करने के आदेश भी जारी किया थे।