शिमला, 25 दिसंबर : राजधानी शिमला में रविवार को क्रिसमस के उपलक्ष्य पर सैलानियों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा। देशभर से हज़ारों सैलानी क्रिसमस मनाने शिमला पहुंचे। वीकेंड की वजह से सैलानियों की आमद में भारी इजाफा देखने को मिला।
आलम यह रहा कि शहर के होटलों में ऑक्यूपेंसी सौ फीसदी पहुंच गई। शहर की मुख्य सड़कों पर लंबे ट्रैफिक जाम के कारण सैलानियों व स्थानीय लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। कार्ट रोड से मॉल रोड तक जाने के लिए पर्यटन विकास निगम की लिफ्ट पर सैलानियों की लंबी कतारें नजर आईं।
नव वर्ष तक शिमला शहर के सैलानियों से गुलज़ार रहने का अनुमान है। क्रिसमस पर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान व माल रोड पर सैलानियों से खचाखच भरे रहे। शाम के समय रिज मैदान पर तिल धरने की भी जगह नहीं बची। रिज मैदान से लक्कड़ बाज़ार, मरीना होटल, एजीचोक तक सैलानियों का हुजूम जुटा रहा। बड़ी तादाद में सैलानियों ने शिमला से सटे पर्यटक स्थलों कुफरी, नारकंडा और नालदेहरा की ओर रुख किया।
गिरिजाघरों में यीशु मसीह को किया याद
राजधानी में क्रिसमस पर्व धूमधाम से मनाया गया। गिरिजाघरों में जाकर ईसाई समुदाय के लोगों ने यीशु मसीह की प्रतिमा के सामने कैंडल जलाकर प्रार्थना की। प्रार्थना सभाओं में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। ऐतिहासिक रिज मैदान स्थित क्राइस्ट चर्च के बाहर सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। चर्च में यीशु मसीह और उनके जीवन से जुड़ी वस्तुओं को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। सुबह 11 बजे प्रार्थना सभा के लिए चाइम्स वेल भी बजाई गई। प्रार्थना सभा के बाद बाहरी राज्यों से आने वाले सैलानियों के लिये चर्च को खुला रखा गया। चर्च को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया।
सैलानियों की व्हाइट क्रिसमस की आस नहीं हुई पूरी
बर्फबारी की चाह में शिमला में क्रिसमस मनाने आने वाले सैलानियों को इस बार भी मायूसी मिली है। सैलानियों की व्हाइट क्रिसमस मनाने की हसरत पूरी नहीं हो पाई। रविवार को शिमला में दिन भर आसमान बादलों से घिरा रहा, लेकिन बारिश व बर्फबारी नहीं हुई। शिमला में आखिरी बार 2016 को क्रिसमस के दिन बर्फ गिरी थी।