मंडी, 24 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने की एक तरफ खुशी है, लेकिन मंडी में मिली हार का दुख भी है। मंडी में कांग्रेस को बीजेपी ने नहीं बल्कि कांग्रेस ने ही हराया है, जिसका मुख्य कारण अपनों के द्वारा किया गया भीतरघात है। यह बात सदर कांग्रेस की प्रत्याशी व कांग्रेस नेत्री चंपा ठाकुर ने शनिवार को मंडी शहर के गांधी भवन में हुई समीक्षा बैठक के उपरांत कही। इसके साथ ही उन्होंने सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा और उनके पुत्र आश्रय पर भी जमकर जुबानी हमले बोले।
उन्होंने आरोप लगाया कि इन लोगों ने संगठन का व्यक्तिगत इस्तेमाल किया और पार्टी के लोग ऐन मौके पर उनके साथ भाजपा में चले गए। जिससे मंडी में संगठन कमजोर हुआ। इसका खमियाजा यहां कांग्रेस को हार के साथ चुकाना पड़ा। उन्होंने कहा कि हर कार्यकर्ता ने चुनाव के दौरान सच्चे दिल के कार्य किया। लेकिन कुछ लोगों ने पार्टी में रहकर पीठ पीछे छुरा घोंपने का ही काम किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि इन लोगों ने संगठन को अपने हाथों की कठपुतली समझा और चुनावों के समय में बूथ कमेटियां ही भाजपा में शामिल हो गई। जोकि कांग्रेस के मंडी में हारने का मुख्य कारण है। उन्होंने कांग्रेस हाई कमान से आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए मंडी में एक मजबूत संगठन को खड़े करने का आग्रह भी किया।
वहीं चंपा ठाकुर ने कहा कि भाजपा के विधायक अब बड़े-बड़े काम सदर में करवाने की बातें कर रहे है लेकिन जब उनकी सरकार सत्ता में थी तो वह कार्य करवाने में असफल रहे। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तो उस लिहाज से भाजपा के नेता नहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री प्रदेश का विकास करवाएंगे।
वहीं चंपा ठाकुर ने आरोप लगाया कि अनिल शर्मा थौना प्लान प्रोजेक्ट को लेकर भी यहां की जनता को गुमराह कर रहे है। जबकि सच्चाई यह है कि इसके लिए अभी तक बजट का प्रावधान भी नहीं हो पाया है।
मंडी शहर के गांधी भवन में हुई सदर कांग्रेस कमेटी की समीक्षा बैठक में कांग्रेस पदाधिकारियों सहित अन्य सदस्यों ने भी भाग लिया और अपने बहुमूल्य विचार रखे। इसके साथ ही हार के मुख्य कारणों का बूथ वाइज फीडबैक दिया गया।