हमीरपुर, 24 दिसंबर : पेपर लीक मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी महिला अफसर के बड़े बेटे ने 15 दिसंबर को ही कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित मार्केट सुपरवाइजर की परीक्षा को पास किया था। इस परीक्षा का फाइनल परिणाम 8 दिन पहले 15 दिसंबर को घोषित किया गया। जिसमें आरोपी उमा आजाद के बेटे नितिन आजाद ने 70.50 अंक हासिल किए थे। बताया जा रहा है कि महिला अफसर के छोटे बेटे निखिल आजाद ने भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्ट कोड 965 के तहत आवेदन किया था और उसने भी रविवार को हमीरपुर में परीक्षा देनी थी।
फिलहाल इस मामले पर कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारी कोई प्रतिक्रिया देने से टल रहे हैं और मीडिया कर्मियों से कोई बातचीत नहीं की जा रही है। इस तमाम मामले में यह तय है कि अब जांच लंबी चलेगी और कई अधिकारी और कर्मचारी इस जांच की जद में आ सकते हैं।
आरोपी महिला अफसर उमा आजाद के बड़े बेटे ने कृषि विपणन समिति हमीरपुर में नीलामीकर्ता की नौकरी से कुछ महीने पहले ही त्यागपत्र दिया था। यहां पर उसने नौकरी लगने के बाद 3 महीने तक नौकरी की और उसके बाद नौकरी छोड़ दी। इसके बाद एक बार फिर उसने कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के माध्यम से ही कृषि विपणन समिति के तहत भरे जाने वाले मार्केट सुपरवाइजर के पद के लिए आवेदन किया। यह परीक्षा भी कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के माध्यम से आयोजित हुई है और इस परीक्षा में महिला अधिकारी के बेटे ने 70.50 अंक हासिल किए। फाइनल परीक्षा परिणाम घोषित होने पर एक बार फिर महिला अधिकारी के बेटे नितिन आजाद की नौकरी लग गई। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या महिला अधिकारी के बेटे को अपने आप पर इतना विश्वास था कि वह एक बार फिर टैस्ट को क्वालीफाई कर लेगा या फिर कोई गोलमाल है। ऐसे में उन तमाम परीक्षाओं पर सवाल उठ सकते हैं जो महिला अधिकारी के कार्याकाल में आयोजित हुई हैं।
इस मामले का भंडाफोड़ करने वाली एएसपी विजिलेंस थाना हमीरपुर रेनू शर्मा का कहना है कि आरोपी महिला अधिकारी के छोटे बेटे ने भी रविवार को उक्त परीक्षा देनी थी। इसकी जानकारी छानबीन में सामने आई है। उन्होंने यह कहा कि बड़े बेटे की नौकरी कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा के माध्यम से लगी है अथवा नहीं इस पर वह कुछ नहीं कह सकते हैं। मामले में छानबीन की जा रही है और तमाम पहलू ध्यान में रखे जाएंगे।