नाहन, 22 दिसंबर : चुनावी नतीजों के बाद वीरवार को पहली बार पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान डॉ राजीव बिंदल ने नाहन विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस सरकार द्वारा डि-नोटिफाई किए गए विकास कार्यों पर हमला बोला। उन्होंने एक बड़ी बात यह भी कही कि वह नाहन वालों के कंधों पर ही बंकूवाला जाएंगे। दीगर है कि बंकूवाला शहर के श्मशान घाट (मुक्तिधाम) को कहा जाता है। उनका कहना है कि यह बिल्कुल गलत प्रचार है कि चुनाव में जनादेश न मिलने के बाद वो नाहन छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि मरना-जीना यही होगा।
गौरतलब है कि भाजपा के शीर्ष नेता के खिलाफ सोशल मीडिया में यह भी दुष्प्रचार हुआ था कि चुनाव के बाद वह नाहन छोड़कर सोलन चले जाएंगे। सिरमौर प्रेस क्लब परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि उनकी 4 साल की मेहनत को कांग्रेस के स्थानीय विधायक व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंद पलों में ही खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि कालाअंब में उप तहसील के कार्यालय को डि- नोटिफाई किया जाना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। बिंदल ने कहा कि इस कार्य के लिए उन्हें चार साल का वक्त लग गया था।
सैनवाला व पालियो से तो कांग्रेस को बढ़त मिली है। क्या पटवार सर्कल को डि डिनोटिफाई कर कांग्रेस ने इन पंचायतों को तोहफा दिया है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 2017 में भाजपा सरकार ने एक भी अधिसूचना को डि-डिनोटिफाई नहीं किया था। बिंदल ने कहा कि जब लोगों को घर द्वार सुविधा मिलती है तो ब्लैकमेलिंग भी खत्म होती है। लेकिन कांग्रेस सरकार का एक के बाद एक विकास कार्यों की अधिसूचना को डि-डिनोटिफाई करने का सिलसिला जारी है, यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि वह हार को स्वीकार करते है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक-एक कार्यकर्ता ने मजबूती से कार्य किया है। भारापुर में पीएचसी को लेकर संघर्ष किया गया था। फिर इसे सीएचसी किया गया ताकि अस्पताल बन सके लेकिन कांग्रेस ने इसका दर्जा भी घटा दिया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि 10 साल से विधानसभा क्षेत्र के विकास को लेकर कोई कोर कसर नहीं रखी गई। अब निर्वाचित विधायक का दायित्व बनता है कि विकास कार्यों को जारी रखें। साथ ही उन्हें संभाल व सहेज कर रखें।
भाजपा के जिला अध्यक्ष विनय गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में विकास कार्यों को डि-डिनोटिफाई करने की अधिसूचना पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए सरकार के इस कदम की आलोचना की। उन्होंने क्रमवार इस बात का भी खुलासा किया कि सिरमौर में कितने इलेक्ट्रिक डिवीजन,पटवार सर्कल इत्यादि के फैसलों को वापिस लिया गया है।पत्रकार वार्ता में नगर परिषद की अध्यक्ष श्यामा पुंडीर, उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता, मंडल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर, ओपी सैनी व प्रदीप विज इत्यादि भी मौजूद थे।