शिमला, 21 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सूक्खु सरकार लगातार सख्त फैसले ले रही है। पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा अप्रैल 2022 के बाद राज्य में खोले गए 81 पटवार सर्कलों और पीडब्ल्यूडी के कई डिविजनों व सब डिविजनों समेत 16 कार्यालयों को डिनोटिफाई कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा हल्के सिराज के जंजैहली में खोले गए पीडब्ल्यूडी के सर्कल कार्यालय को भी बंद कर दिया गया है।
इसके अलावा पिछली जयराम सरकार ने 3 तहसीलें और 20 सब तहसीलें बनाई थीं। सूक्खु सरकार ने इन्हें भी डिनोटिफाई कर दिया है। इस सम्बंध में बुधवार को लोकनिर्माण औऱ राजस्व विभाग की ओर से अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी हुई हैं।
लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक
मंडी व सिराज में पीडब्ल्यूडी के सर्कल कार्यालयों को डिनोटिफाई किया गया है। इसी तरह भटियात, ज्वालामुखी, रामपुर, चौपाल और दून हल्कों में खुले पीडब्ल्यूडी के डिवीजन कार्यालय भी डिनोटिफाई हुए हैं। इसके अलावा अर्की, चौपाल और जोगिन्दरनगर में पीडब्ल्यूडी के सब डिविजन कार्यालयों को भी बंद किया गया है। किन्नौर, पांवटा साहिब घुमारवीं, कसुम्पटी और चम्बा हल्कों में खुले पीडब्ल्यूडी के नए कार्यालयों को भी बंद किया गया है। इन सभी कार्यालयों में तैनात अधिकारियों को शिमला स्थित पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर इन चीफ कार्यालय में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। जबकि चतुर्थ कर्मियों की सम्बंधित सर्कल दफ्तर में रिपोर्ट करना होगा।
राजस्व विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक अलग-अलग जिलों में खुले 81 पटवार सर्कल भी बंद कर दिए जाएंगे। इनमें सिरमौर जिले में सबसे ज्यादा 24 और मंडी जिला में 17 पटवार सर्कल शामिल हैं। एक अन्य अधिसूचना के तहत लाहौल-स्पीति के उदयपुर, बिलासपुर के भराड़ी और सोलन के किशनगढ़ में अपग्रेड कर बनाई गई तीन नई तहसीलें भी डिनोटिफाई की गई हैं। इसी तरह 20 नई उप तहसीलों को भी डिनोटिफाई किया गया है। इनमें बिलासपुर की हरलोग, तलाई, सिरमौर के काला अम्ब, सतौंन, राजपुर व खोंडोवाला, कांगड़ा के जालग, चचियां, लाहौल-स्पीति के जाहलमा, शिमला के मतियाना, धमबाड़ी, स्मरकोट, थैली चक्ति, ज्यूरी, बड़ागांव, बलदेयां, कोटी, चम्बा के साहो, ऊना के दौलतपुर चौक, सोलन के सुबाथू और मंडी के अशला की उप तहसीलें शामिल हैं।