नाहन, 19 दिसंबर: हैल्थ केयर के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान पर शहर के सेवानिवृत शिक्षक माता-पिता की बेटी नीरजा ने राष्ट्रीय स्तर पर शहर व प्रदेश को गौरवान्वित किया है। देश की राजधानी में आयोजित गरिमापूर्ण समारोह में देश के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री रामदास बंधु अठावले ने डॉ. नीरजा को हैल्थ केयर में असाधारण उपलब्धि पर इंटरनेशनल अचीवर्स कॉन्फ्रेंस में अलंकृत किया।
ये गरिमापूर्ण समारोह राष्ट्रीय आर्थिक विकास और सामाजिक उत्तरदायित्व के राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान आयोजित हुआ। ऐतिहासिक शहर नाहन में सेवानिवृत स्कूल प्रधानाचार्य गुरदेव सिंह व रिटायर्ड टीचर सरोज बाला के घर जन्मी डाॅ. नीरजा का शुरू से ही रुझान सामाजिक गतिविधियों की तरफ रहा। 1998 से 2008 तक हिमाचल के स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा अधिकारी तैनात रही डाॅ. नीरजा ने सामाजिक कार्यों में बेहतरीन उपलब्धियां अर्जित करने पर कोलगेट पामोलिव मैरिट अवार्ड भी हासिल किया था।
शहर की सामाजिक संस्थाओं से भी डाॅ. नीरजा प्रशस्ति पत्र हासिल कर चुकी है। देश की राजधानी में रहने के दौरान डाॅ. नीरजा का झुग्गी में रहने वाले बच्चों से गहरा लगाव है। वो न केवल फुटपाथ के किनारे बच्चों को पढ़ाती है, बल्कि इन बच्चों की दंत चिकित्सा की भी बखूबी देखभाल करती है। झुग्गी में रहने वाले कई बच्चों को स्कूल में भी दाखिला दिलवा चुकी है।
खास बात है कि डाॅ. नीरजा अपने ही दम पर सामाजिक कार्य करती है। इसके लिए कोई भी एनजीओ नहीं बनाई है। दिल्ली में डेंटल केयर सैंटर चला रही डाॅ. नीरजा ने एमबीएएम न्यूज से बातचीत में कहा कि वो ये पुरस्कार अपने माता-पिता को समर्पित करती हैै।
गौरतलब है कि डॉ. नीरजा का सबसे छोटा भाई डाॅ. अमन धीमान भी शहर में दंत चिकित्सा के क्षेत्र में शहर में अलग पहचान रखता है। कोविड के दौरान डाॅ. अमन ने आपातकाल में लोगों को न केवल बेहद ही कम दर पर दंत चिकित्सा उपलब्ध करवाई, बल्कि निशुल्क डेंटल सेवा देने से भी गुरेज नहीं किया था।