मंडी, 05 दिसंबर : आईआईटी मंडी के द्वारा सोमवार को 10वां दीक्षांत समारोह मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ, एरिजोना विश्वविद्यालय, यूएसए मौजूद रहे। वहीं डॉ. अखिलेश गुप्ता, सचिव, विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी), नई दिल्ली; डॉ. किंगशुक बनर्जी, निदेशक, हिताची इंडिया प्रा. लि., बेंगलुरु और वूचन चांग, निदेशक, कोइका इंडिया, नई दिल्ली दीक्षांत समारोह में विशेष तौर पर मौजूद रहे।
प्रो. प्रेम व्रत, चेयरमैन, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईटी मंडी ने विशिष्ट अतिथियों के तौर पर समारोह में शिरकत की। आईआईटी मंडी के 10वें दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों के 462 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई, जिसमें 348 छात्र और 114 छात्राएं शामिल हैं। विभिन्न संकायों की बात की जाए तो बीटेक में 188, एमटेक में 76, एमएससी में 95, एमए में 10, पीएचडी में 64 व एमएस में 29 को डिग्रियों प्रदान की गई।
मुख्य अतिथि प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ़ ने आईआईटी मंडी के 10वें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा, कि चेतना ब्रह्मांड का मौलिक गुण है। क्वांटम ब्रिटेन के जीव विज्ञान में जो एक ‘इनवार्ड हायरार्की’ है। वह भारतीय ज्ञान प्रणालियों के अनुरूप है। क्वांटम स्टेट में कमी ब्रेन हायरार्की के विभिन्न स्तरों पर हो सकती है। ब्रह्म से आत्मा’ तक। गहरे आंतरिक स्तरों पर जीव विज्ञान से स्वतंत्र स्पेसटाइम ज्योमेट्री में चेतना मौजूद हो सकती है।
थेरेपी का लक्ष्य माइक्रो ट्यूब रेजोनेंस होता है, जबकि अल्ट्रासाउंड से मानसिक और संज्ञानात्मक विकारों का इलाज किया जा सकता है। मुख्य अतिथि ने क्वांटम कंप्यूटिंग और क्वांटम बायोलॉजी को हमारा भविष्य बताया और विद्यार्थियों को इस पर ध्यान देने की सलाह देते हुए अपना संबोधन समाप्त किया। प्रो. स्टुअर्ट आर. हैमरॉफ, एमडी, टक्सन, एरिजोना स्थित एरिजोना युनिवर्सिटी में सेंटर फॉर कंशसनेस स्टडीज़ के निदेशक हैं। प्रोफेसर हैमरॉफ को सौ से अधिक वैज्ञानिक लेख और पुस्तक अध्याय योगदान देने का श्रेय प्राप्त है। वे दुनिया में जगह-जगह व्याख्यान देते रहे हैं।
प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा, निदेशक, आईआईटी मंडी ने ग्रेजुएट हो रहे बैच को बधाई दी। उन्होंने आशा करते हुए कहा कि पास हो चुके सभी विद्यार्थी विभिन्न माध्यमों से समाज को नई दिशा देंगे। उनकी सफलता आईआईटी मंडी की भी सफलता होगी।’ उन्होंने कहा कि आने वाले समय में संस्थान में विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा किया जाएगा, ताकि और बच्चों को भी आईआईटी मंडी में शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिल सके।
वहीं, इस मौके पर भुमन्यु गोयल बीटेक को डायरेक्टर गोल्ड मेडल व पीयूष गोयल बीटेक प्रेजिडेंट ऑफ इंडिया गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। मीडिया से रूबरू होते हुए डायरेक्टर गोल्ड मेडल से सम्मानित भुमन्यु गोयल ने कहा कि आईआईटी मंडी में प्रवेश के बाद हम जिन्दगी के नए दौर में पहुंच गए। कोरोना महामारी के दौरान में सभी फैकल्टी सदस्यों ने ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से बेहतर ढंग से बच्चों को पढाया। इस मौके पर भुमन्यु गोयल अपने जूनियर को भी संदेश दिया।