मंडी, 03 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश में बनी दूसरी यूनिवर्सिटी सरदार पटेल युनिवर्सिटी मंडी में पीएचडी के प्रवेश में अनियमितताएं बरती जा रही हैं। प्रवेश के लिए जाने वाले टेस्ट के लिए भी छात्रों को समय पर सूचित नहीं किया गया। यह आरोप छात्र संगठन एबीवीपी ने पटेल युनिवर्सिटी के प्रबंधन पर लगाया है। अपने रोष को प्रकट करने के लिए शनिवार को दोपहर 12 बजे के करीब विद्यार्थी परिषद के छात्र व छात्राओं द्वारा सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी में कुलपति कक्ष के बाहर धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
इस मौके पर ईशान गुलेरिया ने कहा कि धरना प्रदर्शन करते समय कुलपति व उपकुलपति कोई भी अपने कक्ष में मौजुद नही था। सभी कार्यकर्ताओं ने उन्हे टॉर्च जलाकर खोजने का प्रयास किया। उनका कहना था कि विश्व विद्यालय ने एक नोटिफिकेशन जारी कि थी जिसमें जिन छात्रों ने गेट और जेआरएफ का एग्ज़ाम पास किया हैं। उनको पीएचडी के लिए इंटरव्यू के द्वारा भर्ती किया जाएगा, लेकिन पिछले हफ्ते यह नोटिफिकेश्न आई कि जिन छात्रों को पीएचडी में दाखिला लेना है। उन सभी को एग्ज़ाम देना अनिवार्य है,जिसके कारण छात्र इसकी तैयारी भी नहीं कर पाये।
इकाई उपाध्यक्ष भारती ठाकुर ने कहा कि सरदार पटेल यूनिवर्सिटी दूसरी यूनिवर्सिटी होने से यहां पर पीएचडी की कक्षाएं बैठनी थी, जिसमें 6 सीटों के लिए रोस्टर निकाला जाता है, पर इस विश्वविद्यालय में ऐसा कुछ नहीं हुआ और ना ही कोई नोटिफिकेशन दी गई। उन्होने कहा कि ये सरासर गलत है। विश्वविद्यालय से मांग कि है कि इसे सिस्टम को दोबारा वेरीफाई किया जाए और इन सीटों को दोबारा नए सिरे से भरा जाये। उन्होने कहा कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगा।