नाहन/कामिनी ठाकुर : अक्सर आपने शूज, जैकेट व रेडीमेड गारमेंट्स के फैक्ट्री आउटलेट के बारे में सुना होगा, लेकिन हिमाचल प्रदेश में एक खास तरह का फैक्ट्री आउटलेट शुरू हुआ है। हिमाचल प्रदेश राज्य वन विकास निगम के उपक्रम “नाहन बिरोजा फैक्ट्री” ने तारपीन के तेल, फिनाइल व ब्लैक जापान का आउटलेट खोला है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि रोजमर्रा के जीवन में फिनायल एक खास अहमियत रखती है। इसके अलावा तारपीन का तेल व ब्लैक जापान प्रोडक्ट का इस्तेमाल भी रंग रोगन में किया जाता है।
1949 में खुली फैक्ट्री दूर-दूर तक मशहूर है। शहर के लोगों को अक्सर ही फैक्ट्री से फिनायल, तारपीन का तेल लेने में खासी दिक्कत होती थी। इसके लिए बकायदा गेट पास व सिफारिश की भी आवश्यकता होती थी। लिहाजा फैक्ट्री प्रबंधन ने लोगों की तमाम समस्याओं को दूर करते हुए फैक्ट्री के गेट पर ही आउटलेट शुरू कर दिया है। हालांकि निजी क्षेत्र में भी अब तारपीन फैक्ट्रियां बड़ी संख्या में हैं, लेकिन 73 साल पुरानी इस फैक्ट्री की गुणवत्ता अलग ही पहचान रखती है। दावा किया गया है कि फैक्ट्री के प्रोडक्ट्स दुनिया भर में सबसे शुद्ध है।
रिटेल आउटलेट का शुभारंभ कारखाना के तमाम कर्मियों ने एक साथ किया। फैक्ट्री प्रबंधन का कहना है कि इस रिटेल आउटलेट में कारखाने के विभिन्न उत्पादों को विक्रय के लिए रखा जाएगा। ग्राहकों की सुविधा के लिए प्रोडक्ट यहां पर उपलब्ध होंगे। प्रबंधन का यह भी मानना है कि बिक्री केंद्र शुरू होने से नाहन वासियों को तो फायदा होगा ही, साथ ही हाईवे से गुजरने वाले पर्यटक भी कारखाने के प्रोडक्ट को आसानी से खरीद सकेंगे। आउटलेट के शुभारंभ के मौके पर फैक्ट्री के महाप्रबंधक भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में नाहन के बाद 1969 में बिलासपुर में भी दूसरी तारपीन फैक्ट्री शुरू की थी। फैक्ट्री प्रबंधन का यह भी दावा है कि फैक्ट्री में दुनिया का सबसे शुद्ध तारपीन तेल व ब्लॉक जापान बनता है। जिसे आम लोगों के लिए भी अब उपलब्ध करवा दिया गया है। बता दे कि फैक्ट्री ने 2021-22 के वित्तीय वर्ष में करीब 6 करोड़ का मुनाफा कमाया था।