शिमला, 19 नवंबर : विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा व कांग्रेस बूथ स्तर से लेकर मंडल स्तर तक फीडबैक लेकर आगे की रणनीति बनाने में जुट गई है। दोनों दलों में इस बात को लेकर गहरा मंथन हो रहा है कि सरकार अपने दम पर बन सकेगी या निर्दलीयों की सहायता लेनी पड़ेगी।
चुनावी थकान मिटाने के बाद दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता एक्टिव माॅड में आ गए हैं। इसी कड़ी में भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक 20 नवंबर (रविवार) को समिति के अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल की अध्यक्षता में परवाणु में आयोजित होगी। बैठक में तमाम पहलुओं पर चर्चा के साथ-साथ नई सरकार के गठन के लिए रणनीति भी तैयार होगी।
पार्टी अभी तक दावा कर रही है कि प्रदेश में रिवाज बदलेगा। उसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि जिस प्रकार महिलाओं ने यूपी व उत्तराखंड में बंपर वोटिंग कर भाजपा को सत्ता में लाने का काम किया, ऐसा ही हिमाचल में हुआ है। वहीं, करीब 21 विधानसभा क्षेत्रों में उतरे निर्दलीय प्रत्याशियों को जरूरत के हिसाब से साधने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है।
कौन हैं भाजपा के 21 बागी निर्दलीय….
इन चुनाव में भाजपा को सबसे अधिक बागियों का सामना करना पड़ा। इनमंे नालागढ़ से केएल ठाकुर, बंजार से हितेश्वर सिंह, किन्नौर से तेजवंत नेगी, फतेहपुर से कृपाल परमार, मंडी से प्रवीण शर्मा, बिलासपुर से सुभाष शर्मा, बड़सर से संजीव शर्मा, सुंदरनगर से पूर्व वनमंत्री ठाकुर रूप सिंह के सुपुत्र अभिषेक ठाकुर, चंबा से इन्द्रा कपूर, धर्मशाला से विपिन नैहरिया, नाचन से लाल सिंह कौशल, कांगड़ा से कुलभाष चैधरी, रोहडू से राजेंद्र धीरा, इंदौरा से मनोहर धीमान, कुल्लू से राम सिंह, आनी से किशोरी लाल प्रमुख रूप से चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनावी मैदान में भाजपा की जीत के गणित को गड़बड़ा रहे हैं।
कांग्रेस में भी बागियों ने बदले समीकरण….
कांग्रेस में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ टिकट न मिलने से कई दिग्गज चुनाव में निर्दलीय उतरे हैं। इनमें प्रमुख रूप से ठियोग से इंदू वर्मा व विजय पाल खाची, पच्छाद से गंगूराम मुसाफिर, आनी से परसराम, सुलह से जगजीवन पाल, अर्की से राजेंद्र ठाकुर, जोगिंद्रनगर से पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह के दामाद संजीव भंडारी, भोरंज से पवन कुमार, हमीरपुर से आशीष शर्मा, चैपाल से डाॅ सुभाष मंगलेट आदि मुख्य उम्मीदवार हैं, जिन्होंने कांग्रेस प्रत्याशियों के जीत-हार के आंकड़ों में दखल दिया है। इनको साधने के लिए अंदर खाते कांग्रेस ने संपर्क अभियान तेज कर दिया है।
प्रतिभा सिंह से मिले पुराने दिग्गज….
इन दिनों शिमला के होली लाॅज में दो पुराने राजपूत नेता पार्टी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से मिलने पहुंचे। सबसे पहले द्रंग विधानसभा से उम्मीदवार व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ठाकुर कौल सिंह ने पार्टी अध्यक्ष के समक्ष सरकार के गठन को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री उम्मीदवार से लेकर सरकार के गठन पर दोनों में खुलकर बातचीत हुई। वहीं, एक अन्य पुराने कांग्रेसी दिग्गज ठाकुर राम लाल ने भी प्रतिभा सिंह से मुलाकात की। दोनों के मध्य काफी लंबी मंत्रणा चली।
कौल सिंह तो यहां तक कह गए कि मंडी से सिर्फ सिराज की सीट ही भाजपा को मिल सकती है, बाकी तमाम विधानसभाओं मंे बीजेपी का सुपड़ा साफ हो गया है। अभी तक दो अन्य प्रमुख सीएम पद के दावेदार मुकेश अग्निहोत्री व सुखविंद्र सिंह सुक्खू प्रतिभा सिंह से मिलने नहीं पहुंचे हैं।
भाजपा में भी मिलने वालों की भरमार…
ओक ओवर में भाजपा के पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर, वीरेंद्र कंवर के अलावा आधा दर्जन के करीब नेताओं ने जयराम से मुलाकात कर उन्हें चुनाव से संबंधित फीडबैक दिया। इससे पहले जुब्बल कोटखाई के भाजपा उम्मीदवार चेतन बरागटा ने जयराम से मुलाकात का सिलसिला शुरू किया।
केएल ठाकुर की कभी हां, कभी न….
इन दिनों मीडिया में नालागढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़े पूर्व विधायक केएल ठाकुर के जयराम ठाकुर से मिलने की खबरें लगातार आ रही हैं। सूत्रों का कहना है कि यह मीटिंग काफी लंबे समय तक चली। वहीं, केएल ठाकुर ने इसका खंडन करते हुए कहा कि ऐसी कोई मुलाकात नहीं हुई है। वह अगर जीते तो उस पार्टी को समर्थन देंगे, जो ओपीएस को लागू करेगी। ठाकुर ने कहा कि वह खुद भी एक सरकारी अधिकारी रहे हैं। वह जानते हैं कि पैंशन का क्या महत्व होता है। वहीं, अभी तक जयराम की तरफ से इस बारे में कोई बयान नहीं आया है।