ऊना, 17 नवंबर : विधानसभा चुनाव के मतदान के बाद तमाम ईवीएम को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रख लिया गया है। वहीं इन सभी ईवीएम की थ्री लेयर प्रोटेक्शन के तहत हिफाजत भी की जा रही है। लेकिन इसके बावजूद राजनीतिक दलों को ईवीएम सुरक्षा के लिए खुद अपने प्रतिनिधि तैनात करने की व्यवस्था भी चुनाव आयोग ने दी है।
जिला मुख्यालय के पीजी कॉलेज परिसर में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को बैठने और तमाम सुविधाओं के लिए टेंट की व्यवस्था की गई है। हालांकि निर्वाचन विभाग की तरफ से लगाए गए इन तंबुओं में अभी तक कोई भी राजनीतिक दल अपना प्रतिनिधि भेजने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। जबकि जिला प्रशासन ने मतदान के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा अधिकृत किए गए पोलिंग एजेंट और अन्य लोगों को ईवीएम स्ट्रांग रूम के बाहर बैठने की अनुमति प्रदान की है।
विधानसभा चुनाव के बाद सभी पोलिंग स्टेशन से आई ईवीएम स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी गई है। ऊना में भी सभी मशीनों की सुरक्षा के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा थ्री लेयर प्रोटेक्शन सिस्टम को भी अपनाया गया है, जिसके तहत अर्धसैनिक बल और पुलिस के साथ-साथ तीसरी आंख का पहरा भी सुरक्षा की दृष्टि से रखा गया है।
मतगणना से पूर्व ईवीएम को निष्पक्ष तरीके से सुरक्षित करने के लिए जहां चुनाव आयोग ने हर प्रोटोकॉल को फॉलो किया जा है वहीं साथ ही साथ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी इस सुरक्षा में हिस्सेदार बनने की छूट दी गई है।
जिसके लिए बाकायदा स्ट्रांग रूम के बाहर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को बैठने के लिए टेंट लगाकर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिसमें राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि सुरक्षाबलों की भांति ही ईवीएम की सुरक्षा के लिए उपस्थिति दर्ज करवा सकते हैं।
डीसी राघव शर्मा ने कहा कि भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश के मुताबिक ही इस व्यवस्था को अपनाया गया है। हालांकि अभी तक किसी भी राजनीतिक दल के नेता या प्रतिनिधि द्वारा इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई है।