नाहन, 16 नवंबर : मशहूर नज़्म तेरे खुशबू में बसे खत मैं जलाता कैसे..के रचयिता उस्ताद शायर राजिंदर नाथ रहबर इस दुनिया को छोड़ गए हैं। उनके निधन से जिला में उनके शार्गिद रहे शायरों और कवियों में शोक पसर गया है। बता दें कि रहबर का दिल्ली में 91 वर्ष की आयु में 13 नवंबर को निधन हुआ। वह चार-पांच महीने से बीमार चल रहे थे।
उनके निधन से सिरमौर जिला में उनके शार्गिदों में शोक पसर गया है। नाहन से शायर नासिर यूसुफजई 1996 से उनसे गजल की बारीकियां सीख रहे थे।
विश्व प्रसिद्ध अमर रचना तेरे खुशबू में बसे खत मैं जलाता कैसे..,के रचयिता राजिंदर नाथ रहबर ने नासिर यूसुफजई के गजल संग्रह इब्तिदा और महिया संग्रह इश्क इबारत है..,की भूमिका भी लिखी थी।
पंजाब सरकार की ओर से साहित्य के सबसे बड़े सम्मान शिरोमणि उर्दू साहित्यकार से पुरस्कृत राजिंदर रहबर के निधन पर उनके शार्गिद रहे नासिर यूसुफजई, भुवन जोशी सहित अन्य साहित्यकारों पंकज तन्हा, जावेद उल्फत आदि ने शोक प्रकट किया है। नासिर ने कहा कि वह अपनी नज्मों और गजलों से हमारे बीच सदैव रहेंगे।