नाहन, 13 नवंबर : रविवार को चौगान मैदान में अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल द्वारा एक दिवसीय फेस्ट का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन उपायुक्त रामकुमार गौतम ने किया। हालांकि इस तरह के फेस्ट का आयोजन पहले भी अलग-अलग संस्थाओं द्वारा मैदान में किया जाता है।
रविवार के आयोजन में खास बात यह थी कि बच्चों ने मिट्टी को सांचे में ढाल कर खूबसूरत पॉट्स को बनाया। उपायुक्त ने भी मिट्टी के बर्तन को बनाकर आनंद उठाया। डीसी ने इस दौरान खूबसूरत सुराही बनाई साथ ही इस पर कलर्स भी उकेरे। रोचक खास बात यह थी कि मिटटी के पॉट्स बनाने वालो बच्चे इन्हे घर ले जा सकते थे।
दरअसल, शहरीकरण की अंधाधुंध दौड़ में बच्चों ने अपना बचपन खो दिया है। मिट्टी में खेलना भूल चुके हैं, इसी के चलते अरिहंत इंटरनेशनल (Arihant International) स्कूल द्वारा फेस्ट में मिट्टी के पात्र बनाने (Pottery Making) को खास तवज्जो दी गई। इसके साथ- साथ ऐसे हल्के-फुल्के गेम रखे गए। जिससे बच्चों का मानसिक व बौद्धिक ज्ञान भी बढ़ सके। फेस्ट के एक कोने में आर्ट गैलरी (Art Gallery) भी आकर्षण का केंद्र बिंदु रही। टेंपरेरी टैटू बनाने के लिए बच्चों में खासी होड़ थी, लेकिन प्राइमरी विंग के बच्चों को इस बात की भी चिंता थी कि स्कूल में टैटू की अनुमति नहीं होती।
उद्घाटन के दौरान उपायुक्त रामकुमार गौतम ने न केवल निशाने लगाकर गुब्बारे फोड़े, बल्कि कुछ कठिन गेम्स की चुनौती को भी पार कर हर किसी को हैरान कर दिया। अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक सचिन जैन ने बताया कि छात्रों में पढ़ाई से एक तनाव हो जाता है। संस्थान का हमेशा प्रयास रहा है कि छात्रों की शिक्षा तनाव मुक्त होनी चाहिए। इस तरह के आयोजन से न केवल तनाव से मुक्ति पाई जा सकती है, बल्कि स्टूडेंट्स में एक उद्यमी की क्वालिटी को भी विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संस्थान का यह पहला प्रयास था। धीरे-धीरे इसमें निखार लाया जाएगा।
उधर, स्कूल के प्रधानाचार्य राजेश सोलंकी ने कहा कि पहले प्रयास में इस तरह से सफलता मिलेगी, इस बात की उम्मीद नहीं थी। फेस्ट के उद्घाटन के दौरान समाजसेवी व शिक्षाविद प्रोफेसर अमर सिंह चौहान, नसीम दीदान व माता पद्मावती एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल जैन इत्यादि भी मौजूद थे।