शिमला, 12 नवंबर : हिमाचल प्रदेश में तीन विधानसभा क्षेत्र ऐसे भी हैं, जहां मतदाताओं का आंकड़ा 1 लाख के पार है। इसमें दो निर्वाचन क्षेत्र कांगड़ा जिला के हैं, जबकि एक मंडी में है।
सुलह विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 1,06,976 है। दिलचस्प ये है कि पुरुष व महिलाओं के मतों की संख्या में मामूली सा अंतर है। पुरुष मतदाता 53,846 हैं, जबकि महिला मतों की संख्या 53,130 है। अंतर केवल 717 का है।
14वीं विधानसभा के चुनाव में मतों की संख्या के लिहाज से दूसरे स्थान पर कांगड़ा का ही ज्वाली निर्वाचन क्षेत्र है। कुल मतों की संख्या 1,01,845 है। इसमें महिला मतदाता 49,684 हैं, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 52,161 है।
तीसरे स्थान पर मंडी का जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र है। निर्वाचन क्षेत्र में कुल मतों की संख्या 1,01,046 है। इसमें पुरुष व महिला मतदाताओं की संख्या करीब-करीब बराबर ही है। 878 के आंकड़े से महिलाएं पीछे हैं। पुरुष मतदाताओं के 50,962 की तुलना में 50,084 महिला मतदाता हैं।
उधर, विधानसभा चुनाव में सबसे कम मतदाता लाहौल-स्पीति में हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर 25,496 मतदाता हैं। महिलाओं का आंकड़ा भी कम नहीं है। 13,005 पुरुषों की तुलना में 12,491 महिला मतदाता हैं।
इसके बाद दूसरे नंबर पर सबसे कम मतदाता शिमला सीट पर 48,608 हैं। इसमें महिला मतदाताओं की संख्या 23,206 है। पुरुषों की संख्या 25,402 है। तीसरे नंबर पर किन्नौर विधानसभा क्षेत्र है। कुल मतों की संख्या 60,289 है। यहां भी खास बात ये है कि महिला व पुरुष मतदाताओं की संख्या करीब-करीब बराबर है। अंतर केवल 391 मतों का है। पुरुष मतदाता 30,435 हैं, जबकि महिलाओं का आंकड़ा 29854 है।
चौथे कुसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र है। कुल मतों की संख्या 67,017 हैं। पुरुषों की संख्या 34,678 है, जबकि महिलाओं की संख्या 32,339 है।
पांचवे स्थान पर सबसे कम मतदाता सोलन के कसौली विधानसभा क्षेत्र में है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस विधानसभा क्षेत्र में कुल मतों की संख्या 68,932 है। इसमें पुरुषों की संख्या 35,737 है, जबकि महिलाओं का आंकड़ा 33,195 का है।