नाहन, 10 नवंबर : हिमाचल में कांग्रेस को प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के तौर पर चुनावी संजीवनी मिली है। जहां-जहां उनकी जनसभाएं हुई हैं, वहां पर मतदाताओं में एक खास छाप छोड़ने में सफलता हासिल की। चुनाव प्रचार के समाप्त होने तक हिमाचल प्रदेश में भाजपा के नेताओं ने तूफानी दौरे कर चुनावी जनसभाएं की, उससे ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस प्रचार के मामले में बैकफुट पर है। मगर प्रियंका गांधी ने आधा दर्जन से भी कम जनसभाओं को संबोधित कर चुनावी समां बांधा, इससे कांग्रेस प्रचार के अंतिम दिन फ्रंटफुट पर आ गई है।
प्रियंका गांधी ने लोगों से सीधा संवाद कायम कर उनके मर्म को छुआ, ऐसा भाषण व भीड़ को खींचने की कला कांग्रेस के नई पीढ़ी के नेताओं में सिर्फ प्रियंका में दिखी। अगर हिमाचल में कांग्रेस सत्ता में लौटती है, तो जिन केंद्रीय नेताओं ने हिमाचल में चुनावी जनसभाएं की, उनमें केवल प्रियंका गांधी ही ऐसी नजर आई, जिन्हें जीत का श्रेय दिया जा सकता है। यदि, हिमाचल में कांग्रेस हारी तो भी वो कांग्रेस को उस मुहाने तक ले आई, जो भाजपा ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था।
सतौन की जनसभा में उन्होंने तमाम ऐसे मुद्दों को छुआ, जो लोगों के रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े हैं। भाषण में जहां सच्चाई की झलक थी, वहीं स्थानीय मुद्दों व महिलाओं को आकर्षित करने वाला पुट भी था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमाम लोकल जगहों के देवी-देवताओं का जिक्र कर लोगों को लुभाते हैं, उसी प्रकार प्रियंका गांधी ने भी ओजस्वी भाषण में इन तमाम कलाओं का समावेश किया। हालांकि, वो महंगाई के मुद्दे पर भी बोली, लेकिन उनके भाषण में जो करुणा महिलाओं के लिए दिखी, उसने हिमाचल की भोली भाली ग्रामीण परिवेश से लेकर शहरी महिलाओं को भी अपना मुरीद बना लिया।
भाषण में जो सबसे एक अलग बात थी, उसमें युवाओं को आकृष्ट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। प्रियंका ने हिमाचल के युवाओं को देश के सबसे शिक्षित और शारीरिक रूप से सबसे सक्षम बताकर युवाओं को तालियां बजाने पर मजबूर किया। उन्होंने इसका उदाहरण भी दिया कि हिमाचल में सबसे अधिक युवा सेना व अर्द्धसैनिक बलों में बहुत ईमानदारी से अपनी डयूटी करते हैं।
पूरे भाषण का लब्बोलुआब यह था कि महिलाओं, युवाओं व बुजुर्गों को अपनी दादी व डाॅ. वाईएस परमार की याद दिलाकर उन्होंने एक परिपक्व कांग्रेस लीडर की अपनी योग्यता सिद्ध की। ऐसे में अगर हिमाचल में कांग्रेस जीत कर सरकार बनाएगी तो कांग्रेस को प्रियंका गांधी संजीवनी देने में सक्षम व कामयाब होंगी।
कांग्रेस के कार्यकर्ता भी जनसभा में राहुल गांधी की जगह प्रियंका गांधी को कमान देने की बात दबे स्वर में करते दिखाई दिए, जिससे साफ है कि प्रियंका गांधी चुनाव जीतने वाले नेता के खांचे में फिट बैठती दिखाई दे रही हैं।