शिमला, 26 अक्तूबर : हिमाचल के सबसे बड़े जिले कांगड़ा की हॉट सीट धर्मशाला में भाजपा में उठी बगावत को कुछ हद तक शांत करने में पार्टी सफल रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा मान-मनौव्वल के बाद बुधवार को भाजपा मंडल द्वारा गत दिनों सामूहिक रुप से दिए गए इस्तीफों को वापिस ले लिया है। इसके साथ ही टिकट न मिलने से नाराज चल रहे विधायक विशाल नैहरिया भी अब पार्टी उम्मीदवार के प्रचार को आगे आ गए हैं।
धर्मशाला में बुधवार को भाजपा के संगठनात्मक जिला कांगड़ा के अध्यक्ष चंद्रभूषण नाग की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, जिसमें धर्मशाला भाजपा मंडल के 100 से अधिक कार्यकर्ता व नेताओं द्वारा दिए गए इस्तीफों को वापिस लेने का निर्णय हुआ।
चंद्रभूषण नाग ने बताया कि पार्टी पहले भी एकजुट थी तथा अब भी एकजुट है। उन्होंने पूर्व विधायक विशाल नैहरिया सहित तमाम भाजपा मंडल धर्मशाला के नेताओं व कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि धर्मशाला से भाजपा प्रत्याशी राकेश चौधरी के पक्ष में सभी फील्ड में प्रचार पर उतरेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति में कई बार इस तरह की नाराजगी हो जाती है, लेकिन आखिरकार अब सब ठीक हो गया है। उन्होंने सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को पार्टी प्रत्याशी की जीत के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया।
नामांकन वापसी के दिन पर रहेगी सबकी नजर
धर्मशाला भाजपा में बगावत को शांत करने की पहल भले ही हो गई हो, लेकिन अभी भी पार्टी के दो नेताओं जिन्होंने बीते दिन बतौर आजाद नामांकन भरा है, अब नजर उन पर है। 29 अक्टूबर को नामांकन वापसी का दिन है। पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि बतौर आजाद चुनाव मैदान में उतरे मंडल अध्यक्ष अनिल चौधरी और एसटी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विपन कुमार नैहरिया को भी वह मना लेंगे। हालांकि इसमें पार्टी कितनी सफल हो पाती है यह तो 29 अक्टूबर को नाम वापसी के दिन ही पता चल पाएगा।