रिकांगपिओ (जेएस नेगी): शोंगठोंग करच्छम परियोजना के सैंकड़ों मजदूरों ने बुधवार को एक बार फिर एचपीपीसीएल, पटेल कंपनी व जिला प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए रिकांगपिओ में रैली निकाली। कामगारों ने अपने अंगुलियों से खून निकाल कर माथे पर तिलक लगा कर शपथ ली कि जब तक उन की मांग पूरी नही होती आंदोलन जारी रहेगा। इससे पूर्व कामगार परियोजना में श्रम कानूनों को लागू करने के साथ न्यूनतम व समय पर वेतन देने की मांग करते रहे।
इस दौरान मजदूरों ने जिला प्रशासन द्वारा कानूनों को परियोजना में लागू करने के बजाए कंपनी के हित में कार्य करने का भी आरोप लगाते रहे। शोंगठोंग परियोजना में कार्यरत कामगार का आंदोलन आज 80 दिन में प्रवेश किया। रिकांगपिओ चौक पर सीटू के राज्य उपाध्यक्ष बिहारी सेवगी, राज्य कमेटी सदस्य अनिल व शोंगठंग-करच्छम सीटू वर्कर यूनियन के प्रधान सूर्य, शक्ति सचिव पवन नेगी, जेएसडब्लयू यूनियन अध्यक्ष जीवन नेगी आदि कई मजदूर नेताओं ने कहा कि परियोजना में कार्यरत मजदूरों को समय पर वेतन न दिए जाने के साथ परियोजना में श्रम कानूनों को लागू नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मजदूरों को दो-दो, तीन-तीन महीने का वेतन तक नहीं दिया गया है। प्रशासन परियोजना क्षेत्र में धारा-144 लगाकर मजदूरों का प्रताडि़त कर रही है। बिहारी सेवगी ने कहा कि शोंगठोंग परियोजना कामगारों के समर्थन में पूरे प्रदेश मे 9 जून को रैली निकाली जाएगी। शिमला में सचिवालय का घेराव किया जाएगा व अपनी गिरफ्तारियां देगी। वहीं रिकांगपिओ में भी विशाल रैली का आयोजन किया जएगा जिस में जेएसडब्लयू परियोजना के कामगार भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि किन्नौर प्रशासन व श्रम विभाग परियोजना में श्रम कानूनों को लागू करने के बाजाए कम्पनी के हित में काम कर रही है।
प्रशासन ने मजदूरों की आवाज को दबाने के लिए परियोजना क्षेत्र में धारा-144 लगाई है। वही सीटू नेताओं ने कहा कि आंदोलन को ओर तेज व प्रभारी बनाई जाएगी।