पांवटा साहिब (भीम सिंह): गुरु की नगरी में पुलिस ने नशेडियो के अड्डों को नष्ट करना शुरू कर दिया है, ताकि इन स्थानों पर बैठकर नशे न किए जा सकें। शुरूआत कृपालशिला गुरुद्धारा के समीप बंगाला बस्ती से की गई है। यहां यमुना नदी के किनारे झाडिय़ों की आड़ में नशेडियो ने अड्डे बना लिए थे। इस अभियान में पुलिस को जन सहयोग भी मिलना शुरू हो गया है। बुधवार को झाडिय़ों को जेसीबी के जरिए काटने की शुरूआत की गई। आसपास के क्षेत्र की भारी संख्या में महिलाएं एसपी सौम्या को मौके पर मिलने पहुंची। साथ ही पुलिस को आश्वस्त किया कि भविष्य में इस क्षेत्र पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
गौरतलब है कि नशेडियो ने झाडिय़ों के बीच गुफानुमा अड्डे बना रखे थे। बाहर से भीतर की कोई भी मूवमेंट नजर नहीं आती थी। पुलिस ने पहले इस तरह के इलाकों को चिन्हित किया। इसके बाद विधिवत तरीके से बुधवार को इन अड्डों को तबाह करने का कार्य शुरू कर दिया गया। अब दूसरे चरण में अधूरे भवनों-झाड़ीनुमा गुफाओं में खुजली वाले पाउडर का छिडक़ाव भी होगा। अगर नशेडी इन स्थानों पर आने की कोशिश करेंगे तो खुजली का सामना करना पड़ेगा। बाद में उनकी लोग पहचान भी कर सकेंगे। इस अभियान को शुरू करने से पहले एसपी ने समीपवर्ती राज्य उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नशामुक्त केंद्रों का दौरा भी किया था, जहां एसपी को इस क्षेत्र के युवा भी मिले।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में एसपी सौम्या सांबशिवन ने कहा कि नशाखोरी के खिलाफ अभियान में सबसे पहली प्राथमिकता कैमिकल नशों को जड़ से उखाडऩे की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पांवटा पुलिस द्वारा नशामुक्ति केंद्र भी शुरू करने की योजना है। साथ ही बताया कि नशे के खिलाफ गश्त के लिए पुलिस अलग से वाहन की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने इस अभियान को आंदोलन में तबदील करने का आग्रह भी किया है। एसपी के मुताबिक नशे के खिलाफ जल्द ही एक डॉक्यूमेंट्री भी जारी की जा रही है, ताकि युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से सचेत किया जा सके।
नशाखोरी के खिलाफ इस अभियान में पांवटा साहिब के डीएसपी भीष्म ठाकुर भी अपनी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।