मंडी, 17 अक्टूबर : आनेवाले विधानसभा चुनावों में प्रदेश की राजनीति में यदि ब्राह्मण समाज की अनदेखी हुई तो उसका अंजाम सभी राजनीतिक दलों को भुगतना पड़ेगा। राजनीतिक पार्टियों द्वारा 25 लाख की आबादी वाले लोगों के यदि विधानसभा चुनावों में 18 से 20 प्रत्याशी नहीं दिए तो कुछ भी उलटफेर हो सकता है।
यह चेतावनी सोमवार को मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान ब्राह्मण सभा ने दी। पत्रकार वार्ता के दौरान ब्राह्मण सभा के संस्थापक बलवीर शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीति में ब्राह्मणों की अनदेखी हो रही है, उन्हें प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने मंडी लोकसभा क्षेत्र से 2014 में रामस्वरूप शर्मा को टिकट दिया तो उनकी जीत सुनिश्चित हुई। उसके बाद जहां वह 2014 में 40000 मतों से जीते थे तो वहीं 2019 में 4 लाख से अधिक मतों से उनकी जीत हुई।
ब्राह्मण सभा ने उप चुनावों के दौरान नोटा दबाकर राजनीतिक दलों को केवल ट्रेलर ही दिखाया था। वहीं भाजपा ने उपचुनावों में किसी अन्य को टिकट देकर उसका खामियाजा भुगत लिया है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सभा बिना किसी जाति के सभी वर्गों का उत्थान चाहती है। इसके लिए ब्राह्मण सभा अपनी ओर से योग्य व गरीब छात्रों को पढ़ने के लिए मदद करती है। वह चाहे किसी भी जाति या समाज का हो। उन्होंने कहा कि भारत विश्व गुरु था तथा भारत में विश्व के लोग शिक्षा ग्रहण करने आते थे।1836 तक संयुक्त भारत था तो उस समय भारत में 90 फीसदी लोग शिक्षित थे। उसके बाद भारत की शिक्षा को बर्बाद करने के लिए एक षड्यंत्र रचा गया जिसके तहत हमारे ग्रंथों को और सनातन पद्धति को तहस-नहस करने का काम हुआ।
उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज शिक्षा व संस्कार पर काम करती है। अपने सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए समय समय पर आवाज उठाती है। ब्राह्मण सभा सरकार से कोई सहायता नहीं लेती, लेकिन सहायता देने में सक्षम है। यह सहायता गरीबों, असहाय के लिए उपलब्ध करवाई जाती है । उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सभा गांव-गांव में पुस्तकालय खोलने का विचार कर रही है ताकि हर गांव में अच्छी पुस्तकें रखी जाए ताकि लोग उनको पढ़ कर अपने धर्म पर रुचि बढ़ सके। इस अवसर पर प्रांत के अध्यक्ष गुरु प्रकाश शर्मा, जिला ब्राह्मण सभा के सचिव डॉ. ओम राज शर्मा, कैप्टन हेतराम, मुरारी लाल शर्मा सहित अन्य कई ब्राह्मण नेता भी उपस्थित थे।