शिमला, 13 अक्तूबर : करवा चौथ के अवसर पर सुहागिन महिलाये पति की दीर्घायु के लिए भूखे -प्यासे रहकर व्रत रखती है। हिमाचल में इस बार करवा चौथ अनोखे तरीके से मनाया गया। पति की लंबी आयु के साथ-साथ सुहागिन अपने पति के बुढ़ापे की भी चिंता कर रही है।
महिलाओं ने पति के नाम की मेहंदी तो लगाई, मगर खास बात ये है कि मेहंदी के डिजाइन की बजाय NPS ”GO BACK”, We Want ”OPS” के नारे को मेहंदी को हाथो पर उकेरा है। सोशल मीडिया हाथों की तस्वीरें वायरल हो रही है। यूजर्स इस पर तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे है।दीगर है कि “जोइया मामा मंदा नहीं” का नारा भी ओपीएस की मांग के दौरान हिट हो गया था। इस पर सीएम पहले नाराज भी हुए लेकिन बाद में नारा ईजाद करने वालो को भांजा कबूल लिया था।
दरअसल हिमाचल के कर्मचारी पिछले एक साल से ओपीएस लागू करने की मांग कर रहे है। इस बाबत कर्मचारी हिमाचल विधानसभा के घेराव सहित पद यात्रा भी कर चुके है। एक साल से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन सरकार अभी तक ओपीएस लागू नहीं कर पाई है। कर्मचारी अनशन पर भी बैठे, सरकार केवल आश्वासन देती ही रह गई है। इस बीच जिन महिलाओं के पति सरकारी नौकरी में हैं, उन्होंने अपने पति के लिए करवा चौथ पर ओपीएस की मांग को अनोखे तरीके से किया हैं। इसके लिए महिलाओं ने ओपीएस के नाम की मेहंदी हाथों पर रचाई। चूंकि अब विधानसभा चुनाव सिर पर है, कुछ ही दिनों में प्रदेश में आचार संहिता लागू हो जाएगी, लिहाजा कर्मचारियों के पास वर्तमान सरकार के समक्ष अपनी मांग रखने का यह आखिरी मौका है।
बता दें कि हिमाचल में ओपीएस विधानसभा चुनावों का सबसे ज्वलंत मुद्दा है। बीच कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ऐलान कर चुकी है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू किया जाएगा। हिमाचल की बीजेपी सरकार ओपीएस को लेकर बैकफुट पर नजर आ रही है।
अब देखना ये होगा कि महिलाओं का मांग करने का ये तरीका कितना असरदार साबित होता है। ऐसा भी हो सकता है कि हाथों पर मेहंदी रचाने वाली महिलाएं खुद के लिए भी ओपीएस अपने बुढ़ापे के लिए मांग रही हो।