घुमारवीं, 02 अक्टूबर : 36वीं राष्ट्रीय खेलों में गुजरात के अहमदाबाद में खेलने गई महिला कबड्डी टीम ने प्रदर्शन से दिखा दिया है कि हिमाचल प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन द्वारा पारदर्शिता के साथ टीम के लिए खिलाड़ियों का चयन किया जा रहा है। पिछले दिनों प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करने वाले चंद चेहरों को शायद इससे अपना जवाब मिल गया होगा।
हिमाचल प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन के प्रदेश मीडिया प्रभारी बीएल धर्माणी ने बताया कि प्रदेश की महिला कबड्डी टीम ने गुजरात में तमाम मुकाबलों में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद फाइनल मुकाबला जीता है। विशेष रुप से सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों में हिमाचल की बेहतरीन कबड्डी खिलाड़ियों ने अपना बेहतर से बेहतर देने का प्रयास किया। हरियाणा के साथ सेमीफाइनल मैच खेलते हुए टीम को कड़ा संघर्ष करना पड़ा, लेकिन टीम ने विजय हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया। उन्होंने हरियाणा को एक अंक से मात दे दी, इसमें हिमाचल टीम का स्कोर 28, जबकि हरियाणा टीम का स्कोर 27 रहा।
फाइनल मुकाबला हिमाचल और महाराष्ट्र की टीमों के बीच हुआ। इस मुकाबले को 5 अंक की बढ़त से जीत कर हिमाचल की महिला कबड्डी टीम ने एक इतिहास रचा दिया। हिमाचल कबड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार ब्रांटा,संरक्षक डॉ. शिव कुमार, महासचिव कृष्ण लाल, वित्त सचिव उपेन्द्र सिंह चौहान, टेक्निकल चेयरमैन गोपाल, रेफरी बोर्ड के कन्वीनर विजयपाल चंदेल ने भी इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पूरी टीम को बधाई दी है।
धर्माणी ने कहा कि कविता ठाकुर की कप्तानी में जो टीम खेलने गई थी उसमें प्रियंका नेगी,ज्योति, पुष्पा, कविता,डिंपल, भावना, महिमा,रीतिका, निधि,सुषमा व साक्षी शर्मा शामिल थीं। उन्होंने बताया कि रानू चौहान टीम मैनेजर जबकि मेहर सिंह टीम के कोच के साथ गुजरात गए थे। धर्माणी ने बताया कि पिछले दिनों प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन को लेकर कई तरह के विवाद खड़ा करने तथा कई तरह के आरोप लगाने का प्रयास किया गया है।
धर्माणी ने कहा कि लगातार सफलता ने निश्चित रूप से उन लोगों को भी आईना दिखा दिया है ,जो एसोसिएशन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन ने हमेशा पूरी ईमानदारी, पारदर्शिता तथा खेल को खेल की भावना से देखते हुए बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का चयन करके आगे भेजा है।