नाहन, 24 सितंबर : अमूमन शीर्ष पदों पर आसीन अफसरशाही में ट्रांसफर के बाद भी कुछ दिन तक पद की ठसक रहती है। स्थानांतरित होकर आने वाले अधिकारी को आवास मिलने में भी वक्त लगता है। रिलीविंग में भी कई मर्तबा देरी होती है, लेकिन शानदार स्वभाव के आईपीएस अधिकारी ओमापति जमवाल (IPS Omapati Jamwal) ट्रांसफर के बाद भी एक खास मिसाल छोड़कर गए हैं।
एसपी आवास को खाली करने में चंद घंटों का समय ही लगाया। यही नहीं, वो सिरमौर से सरकारी वाहन लेकर भी शिमला नहीं गए, बल्कि जिस सरकारी वाहन में सिरमौर में एसपी के पद पर स्थानांतरित (transferred) होकर आए आईपीएस रमण कुमार मीणा (IPS Raman Kumar Meena) शिमला से नाहन आए थे, उसी वाहन में शनिवार शाम अगली ज्वाइनिंग के लिए ओमापति जमवाल शिमला के लिए रवाना हो गए। अन्यथा, ये वाहन खाली ही शिमला जाना था।
ये भी जानकारी सामने आ रही है कि आईपीएस ओमापति जमवाल शुक्रवार को ही रिलीव हो जाते, लेकिन इस दिन केंद्रीय चुनाव आयोग ने राजधानी में आईपीएस अधिकारियों (IPS officers)की बैठक रखी थी। शुक्रवार रात को शिमला से ही लौटे थे। शनिवार को नए अधिकारी को पद सौंप कर शाम तक कुछ लोगों से मिले। इसके बाद शिमला के लिए रवाना हुए।
आईपीएस अधिकारी की सोच से न केवल सरकारी खर्चे में बचत हुई, बल्कि आने वाले अधिकारी को भी रात्रि ठहराव के लिए सर्किट हाउस में नहीं रहना पड़ा। संक्षिप्त कार्यकाल के दौरान आईपीएस ओमापति जमवाल ने सिरमौर में बैडमिंटन को प्रोत्साहित करने में भी सराहनीय कदम उठाए। राज्य स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता (state level badminton competition) की मेजबानी का मौका भी सिरमौर को हासिल हुआ।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क को जब अधिकारी की सोच के बारे में जानकारी मिली तो फोन पर संपर्क किया गया। इस दौरान बोले, छोड़ो….ये तो मेरा स्वभाव ही है। एक वाहन जा रहा है तो उसमें जाने में क्या एतराज है। जब ज्वाइनिंग की थी तो थोड़ा ही सामान लेकर आया था, वही सामान वापस ले जा रहा हूं।
मूलतः बिलासपुर के रहने वाले आईपीएस अधिकारी ने बतौर सलाहकार तिमोर लेस्ते में सेवाएं प्रदान की थी। इस दौरान वहां के राष्ट्रपति ने बेहतरीन कार्यशैली के लिए पदक देकर भी सम्मानित किया था। इसके अलावा तीसरी आईआरबी बटालियन पंडोह में बतौर कमांडेंट के रूप में उनके कार्यकाल में बटालियन ने लगातार दो वर्ष तक सर्वश्रेष्ठ बटालियन का खिताब जीता था।
शिमला में एसपी रहने के दौरान भी सड़क सुरक्षा व नशे के खिलाफ अभियान चलाए। उनके कार्यकाल के दौरान ही चौपाल थाना को देश भर में छठा स्थान हासिल हुआ था। 2021 में मेधावी सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित आईपीएस अधिकारी ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) से भौतिकी में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की हुई है। इसके अलावा नेट व जेआरएफ भी उत्तीर्ण किया था।
आईपीएस अधिकारी ने 1998 में हिमाचल प्रदेश पुलिस सेवा में कैरियर शुरू किया। इससे पहले वो हमीरपुर महाविद्यालय में फिजिक्स के लेक्चरर भी रहे। गौरतलब है कि सरकार ने वीरवार शाम 12 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए थे, जबकि एक को पोस्टिंग दी गई थी। आईपीएस अधिकारी का तबादला एसआईयू में बतौर पुलिस अधीक्षक किया गया है।