मंडी, 24 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narender Modi) के छोटी काशी में लैंड होने से करीब पौना घंटा पहले बारिश का दौर शुरू हो गया है। हालांकि, पंडाल में काफी संख्या में भीड़ उमड़ चुकी थी, लेकिन बारिश के शुरू होने से अफरा-तफरी में लोगों ने कुर्सियां का ही छाता बना लिया।
इसी बीच करीब सवा 12 बजे ये खबर आई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंडी दौरा रद्द हो गया है। दौरा रद्द होने की सूचना आने से पहले ये उम्मीद जाहिर की जा रही थी कि मौसम में हल्का सा सुधार होने की स्थिति में तय कार्यक्रम के मुताबिक रैली होगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को कमरुनाग देव से भी मौसम साफ रखने की प्रार्थना की थी।
सुबह के वक्त इस बात की उम्मीद जग गई थी कि मौसम साफ रहेगा, लेकिन अगले कुछ समय में मौसम ने करवट ले ली। उधर, राज्य के अन्य हिस्सों में भी बारिश का दौर शुरू होने का समाचार मिल रहा है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड्डल मैदान से शनिवार को हिमाचल के विधानसभा चुनाव के प्रचार का श्रीगणेश करने का कार्यक्रम तय किया था। मंडी संवाददाता वीरेंद्र भारद्वाज के मुताबिक बारिश का सिलसिला शुरू होने से रैली को लेकर संशय पैदा हो गया था। उनके मुताबिक कुछ मिनट पहले ही ये जानकारी आई है कि प्रधानमंत्री का मंडी दौरा रद्द हो गया है।
उधर, पंडाल में अपेक्षा से अधिक भीड़ जुटने पर भाजपा नेताओं के चेहरे भी खिल गए थे। भीड़ में हनुमान के हुलिए में एक शख्स हजारों की भीड़ के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। ट्राइबल इलाकों से पारंपरिक वेशभूषा में बड़ी संख्या में जनसमूह पहुंचा था।
एक अन्य जानकारी ये भी है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का कार्यक्रम पहले ही रद्द हो गया था।
उधर, करीब 12ः25 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से रैली को संबोधित करना शुरू कर दिया था।
ये थी तैयारी… प्रधानमंत्री की रैली को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। शार्प शूटर की तैनाती के अलावा रैली स्थल पर आसमान से भी नजर रखी गई। पंडाल को 10 हिस्सों में बांटा गया था। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए देव ध्वनि का भी इंतजाम था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तय कार्यक्रम से तक़रीबन तीन घंटे पहले ही पंडाल में भीड़ जुटना शुरू हो गई थी।
भगवान हनुमान के हुलिये में पहुंचा एक शख्स आकर्षण का केंद्र बिंदु बना हुआ था। भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने रैली शुरू होने से करीब दो घंटे पहले ही अपनी अपनी कुर्सियां संभाल ली थी। भाजपा ने दावा किया था कि करीब एक लाख कुर्सियां लगाई गई थी।
ऐतिहासिक पंडाल मैदान में प्रधानमंत्री को रणसिंघा और कुल्लू के कारीगरों की उत्कृष्ट काशी वाली पट्टी की पोशाक भी भेंट की जानी थी। प्रधानमंत्री के काफिले में एयरपोर्ट के 3 हेलीकॉप्टर शामिल होने थे। कांगणीधार हेलीपैड पर दो की लैंडिंग तो एक ने सुंदरनगर के पॉलिटेक्निक कॉलेज के मैदान में लैंड करना था।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को देव कमरूनाग से मौसम को साफ रखने की प्रार्थना भी की थी। सुबह 10:45 बजे के आसपास मौसम साफ़ भी होने लगा। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर छोटी काशी में स्मार्ट वॉच, छाता इत्यादि लाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया था। सुरक्षा में पुलिस व होमगार्ड के करीब 2000 जवानों की चप्पे-चप्पे में तैनाती की गई थी।
शहर में सुबह 5:00 बजे से रात 10:00 बजे तक बाहर ही भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर 8 नेताओं को ही स्थान दिया जाना था, जबकि वीआईपी पंडाल में भाजपा के लगभग 200 नेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई थी।