नाहन, 16 सितंबर : सिरमौर की आस्था वेलफेयर सोसायटी ने लंपी रोग से पीड़ित बेसहारा गायों को आश्रय देने का निर्णय लिया है। बागथन मार्ग पर कलसेर गांव के नजदीक बेसहारा पशुओं को न केवल आश्रय मिलेगा, बल्कि उपचार की भी व्यवस्था होगी। सोसायटी ने ये प्रयास पशुपालन विभाग की मदद से किया है।
सोसायटी ने साफ शब्दों में स्पष्ट किया है कि केवल रोग से ग्रसित बेसहारा गायों को केंद्र में उपचार दिया जाएगा। घरों के पालतू पशुओं को आश्रय स्थल पर नहीं भेजा जाएगा। शुरू में सोसायटी ने एक निजी भूमि के फार्म हाउस में 50 पशुओं को रखने का निर्णय लिया है। आवश्यकता के मुताबिक ये संख्या बढ़ाकर 100 तक भी की जा सकती है।
गौरतलब है कि सिरमौर में बेसहारा पशुओं में लम्पी रोग का संक्रमण फैला हुए है। चंद रोज पहले सतौन में लंपी रोग से पीड़ित तीन गायों ने सड़क किनारे दम तोड़ दिया था, क्योंकि उन्हें उपचार नहीं मिला था। आस्था वेलफेयर सोसायटी द्वारा लंपी रोग से पीड़ित पशुओं के उपचार देने का अभियान पशुपालन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में शुरू किया है। इसके लिए एक व्यक्ति ने फार्म हाउस के पाली हाउस को निशुल्क उपलब्ध करवाया है।
सोसायटी का कहना है कि लंपी रोग से पीड़ित बेसहारा पशुओं के उपचार के लिए आर्थिक मदद भी मुहैया करवाई जा सकती है। इसके लिए सोसायटी के आस्था स्कूल में संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक से भी संपर्क किया जा सकता है।
यह भी माना जा रहा है कि लम्पी रोग से पीड़ित बेसहारा पशुओं के लिए समूचे प्रदेश में यह अपनी तरह की पहली कोशिश है। सड़कों के किनारे पशु लगातार लाचारी का जीवन जीने पर विवश हैं। सोसायटी के आशुतोष गुप्ता का कहना है कि बेसहारा पशुओं की मदद के लिए कोई भी योगदान दे सकता है।