संगड़ाह, 16 सितंबर : वर्ष 2005 से बजट व राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव से लंबित नौहराधार-चूड़धार सड़क का निर्माण कार्य वर्क आर्डर होते ही शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री (Chief Minister) द्वारा 5 मई 2022 को शिलान्यास किया गया था, मगर आधे रास्ते (चाबधार) तक बनने वाली सड़क के ठेकेदार की पूरी सिक्योरिटी राशी जमा न होने की वजह से काम शुरू नहीं हो पाया था। बुधवार को तमाम औपचारिकताएं पूरी होने के बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा कार्य शुरू करवा दिया गया है।
सड़क को लेकर रोचक तथ्य यह है कि चाबधार के ग्रामीण 7 से 10 अक्तूबर 2018 तक करीब 124 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर मुख्यमंत्री से सड़क की मांग को लेकर शिमला पंहुचे थे। लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह के अंतर्गत करीब साढ़े 8 करोड़ की लागत से चाबधार तक बनने वाले नौहराधार-चूड़धार सड़क तैयार होने के बाद श्रद्धालुओं को खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी।
अब 5 घंटे की बजाय महज 2 से 3 घंटे पैदल चलकर लोग चूड़धार (Churdhar) पंहुच सकेंगे। इससे आगे वाइल्ड लाइफ सेंचुरी (Wild Life Sanctuary) होने व धार्मिक आस्था के चलते सड़क निर्माण की फिलहाल कोई योजना नहीं है। नौहराधार से चूड़धार जाने वाले पैदल मार्ग की शिवलिंग तक की दूरी 14 किलोमीटर के करीब है।
लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिशासी अभियंता रतन शर्मा ने बताया कि बुधवार को टेंडर की मंजूरी के बाद प्रमुख आस्था स्थल जाने वाले मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को तय समय में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि, करीब 6 माह बर्फबारी के दौरान बंद रहने वाले शिरगुल महाराज के कपाट खुलने के बाद हिमाचल के अलावा पड़ौसी राज्य से भी श्रद्धालु चोटी पर पहुंचते हैं।