शिमला, 15 सितंबर : सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को जल्द जनजातीय दर्जा देने को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। गिरिपार को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा भी मिल गया है। हाटी समुदाय पांच दशकों से जनजातीय दर्जा देने की मांग कर रहा था। इस फैसले के बाद 1 लाख 59 हज़ार 716 लोगों को फायदा मिलेगा। वहीं 389 गांव इसके दायरे में आएंगे।
केंद्रीय जनजातीय विभाग ने हिमाचल सरकार की ओर से भेजे गए ड्राफ्ट को पहले ही मंजूरी दे दी थी, जिसे बीते कल कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। 1967 में जौनसार बाबर को जनजातीय दर्जा दे दिया गया था, लेकिन गिरीपार का क्षेत्र वंचित रह गया था। 55 साल बाद 14 जातियों को इसका लाभ मिलेगा। हाटी समुदाय की 154 पंचायतों को इसका लाभ मिलेगा। हाटी समुदाय से 91 हजार 446 अनुसूचित जाति के लोगों को इससे अलग रखा गया है।
इस क्षेत्र के तहत 91,446 लोग अब क्षेत्र में अनुसूचित जाति के लोग रह गए है। हालांकि अनुसूचित जाति के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। अब देखना होगा कि चुनावों से ठीक पहले भाजपा के इस मास्टर स्ट्रोक का किसको फायदा मिलेगा। सबसे ज्यादा लाभ शिलाई विधानसभा क्षेत्र को मिलेगा।