बिलासपुर, 12 सितंबर : जिला में पशुओं में लंपी वायरस संक्रमण के लगातार मामलें बढ रहे है। केंद्र से दो सदस्यों सहित पालमपुर वेटनरी कॉलेज से तीन सदस्यों की टीम बिलासपुर पहुंची है।
इस दौरान पशुओं में फैल रहे लंपी वायरस की जांच व सैंपल इकट्ठा करने के मकसद से लाला लाजपतराय पशुचिकित्सा, पशुविज्ञान विश्वविद्यालय हिसार के अनुसंधान अधिकारी डॉ. रमेश, रीजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी जालंधर से डॉ. गौरव, पालमपुर के वेटनरी माइक्रो बायोलोजी हैड डॉक्टर राजेश, वेटनरी मेडिसन के डॉ. अजय एवं वेटनरी पैथोलॉजी डॉ. आरडी पाटिल बिलासपुर पहुंचे है।
टीम ने जिला के अलग-अलग स्थानों व गौशालाओं में जाकर लंपी वायरस से ग्रसित पशुओं की जांच की और सैंपल इकट्ठा किए हैं। बता दें कि बिलासपुर जिला में अबतक 3,155 मवेशी लंपी वायरस की चपेट में आ चुके है, जिनमें से 127 पशुओं की मौत हो चुकी है।
वहीं, अनुसंधान अधिकारी डॉ. रमेश ने कहा कि पशुओं में फैल रही लंपी बीमारी गंभीरता का रूप लेती जा रही है।बेसहारा पशु लगातर इसकी चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार एक केंद्र व एक राज्य से पशु विशेषज्ञों की टीम बिलासपुर पहुंची है। वहीं लंपी वायरस से ग्रसित विभिन्न पशुओं के सैंपल इकट्ठा कर लैब में टैस्ट किए जाएंगे। इसकी रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएगी।
वहीं, वेटनरी कॉलेज पालमपुर की टीम के हैड डॉक्टर राजेश ने बताया कि लंपी ग्रसित पशुओं के सैम्पल लेने के बाद इसकी वायरस की रोकथाम के लिए विचार विमर्श कर इस बीमारी पर जल्द ही काबू पाया जाएगा। जिला के सभी पशु पालकों व गौशाला संचालकों को वैक्सीन उपलब्ध करवाई जाएगी, ताकि इसके संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में लंपी वायरस के 35 हजार से अधिक एक्टिव केस है, जबकि 2600 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है।