संगड़ाह, 31 अगस्त : राजकीय महाविद्यालय संगड़ाह में विद्यार्थी परिषद द्वारा की गई भूख हड़ताल को स्थानीय एसडीएम डॉ. विक्रम नेगी ने बुधवार को छात्रों को जूस पिलाकर समाप्त करा दिया। उपमंडलीय दंडाधिकारी ने खाली पदों का मामला जिला प्रशासन व सरकार के समक्ष उठाने का भरोसा हड़ताली छात्रों को दिया।
टीचिंग स्टाफ के 50% से ज्यादा खाली पदों के मुद्दे को लेकर मंगलवार को विद्यार्थी परिषद ने सांकेतिक भूख हड़ताल शुरू की थी। हड़ताल समाप्ति के बाद परिषद पदाधिकारी अभिषेक, पंकज, तुषार, सूरज, रीतु व पायल ने 7 दिन में मांग पूरी न होने की सूरत में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल व आंदोलन तेज की चेतावनी सरकार, विभाग व प्रशासन को दी है।
छात्रों ने अपने बयान में कहा कि गत 26 अगस्त को वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी रेणुकाजी प्रवास के दौरान इस बारे में ज्ञापन सौंप चुके हैं, मगर नए कॉलेज खोल वाहवाही लूट रहे मुख्यमंत्री व उनकी सरकार ने अब तक इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।
गौरतलब है कि राजकीय महाविद्यालय में वर्तमान में मेडिकल व नॉन मेडिकल का जहां एक भी टीचर नहीं है, वहीं इंग्लिश, हिस्ट्री, फिजिकल एजुकेशन व म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट के भी सभी पद खाली पड़े हैं। 16 साल से चल रहे इस महाविद्यालय में स्टाफ की हालत साल दर साल खराब होती जा रही है और वर्तमान में यहां पढ़ाई कर रहे 606 छात्रों को भी भविष्य की चिंता सता रही है।
पिछले 3 सालों में खाली पदों को लेकर तीन बार भूख हड़ताल कर चुके ABVP पदाधिकारियों ने चेताया कि यदि एक हफ्ते में शिक्षकों के पद नहीं भरे गए तो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा। बीजेपी की विचारधारा के समझे जाने वाले उक्त छात्र संगठन ने शिक्षा विभाग व महाविद्यालय प्रशासन को 7 दिन में आवश्यक विषयों के खाली पद भरने का अल्टीमेटम दिया है।
गौरतलब है कि यहां विज्ञान संकाय का एक भी शिक्षक न होने से आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों के बच्चों को नजदीकी शहरों में जा कर पढ़ाई का खर्च न उठाने के चलते आर्ट्स पढ़ने पर मजबूर है।